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मिट्टी की जांच से बचेगी फसल, अब दौड़ भाग होगी खत्म

जागरण संवाददाता उन्नाव किसानों को बेहतर फसल की पैदावार के साथ बीमा की रकम पाने के ि

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Nov 2020 05:57 PM (IST)Updated: Sat, 14 Nov 2020 05:57 PM (IST)
मिट्टी की जांच से बचेगी फसल, अब दौड़ भाग होगी खत्म
मिट्टी की जांच से बचेगी फसल, अब दौड़ भाग होगी खत्म

जागरण संवाददाता, उन्नाव : किसानों को बेहतर फसल की पैदावार के साथ बीमा की रकम पाने के लिए खेत की मिट्टी की परीक्षण करना होगा। असल में बिना मिट्टी परीक्षण के किसान खेत में फसल बो देते हैं और फिर बीज की सही पैदावार न होने पर फसल बीमा के लिए दौड़ पड़ते हैं। ऐसे में नई गाइड लाइन के मुताबिक फसल बीमा के मुआवाजे को पाने के लिए मिट्टी की परीक्षण कराया जाएगा तथा उसे बीमा के कागजात में नोट किया जाएगा।

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जिले में 36484 किसान बीमा कंपनी यूनिवर्सल सैंपो से जुड़े हैं। बीमा कंपनी किसानों को बेहतर सुविधा देने के साथ उनको फसल के मुआवजे के लिए परेशान न होना पड़े, इसे लेकर खेत की मिट्टी के परीक्षण की भी रिपोर्ट दाखिल करेगी। इससे किसानों को बीमा कराने के साथ खेत की बेहतरी के लिए जरूरी इंतजाम मुहैय्या कराए जाएंगे। किसानों को मिट्टी परीक्षण के बाद उसकी रिपोर्ट के आधार पर कमियों को दूर करने के लिए कहा जाएगा। इसके लिए विशेषज्ञ कृषि वैज्ञानिक और अधिकारी किसानों की मदद करेंगे।

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फसल का ऑन स्पॉट होगा बीमा

किसानों को बीमा कंपनी हर तरह की सुविधा दे रही है। किसान यूनिवर्सल कंपनी के साथ-साथ कृषि अधिकारियों से बीमा के बारे में जानकारी ले सकते हैं वहीं केसीसीधारक किसान बैंक में जाकर बीमा करा सकते हैं। इसके साथ ही बीमा कंपनी जब गांव में सर्वे करने आती हैं तो किसान फसल का बीमा उस समय ऑन स्पॉट करा सकते हैं।

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72 घंटे के भीतर देनी होगी सूचना

फसल बीमा धारक किसान फसल के खराब होने पर 72 घंटे के भीतर कृषि विभाग और बीमा कंपनी को जानकारी दे सकते हैं। कृषि रक्षा कार्यालय में भी इसकी जानकारी दी जा सकती है। इसके बाद राजस्व व कृषि विभाग सर्वे पर फसल मुआवजा के लिए किसानों की सूची बनाकर फाइनल करेंगे।

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किसान बीमा के लिए किसानों को जागरूक किया जा रहा है। केसीसी के साथ-साथ सीधे किसान फसल बीमा करा रहे हैं। हर फसल के लिए बीमा कराने की अवधि अलग-अलग है।

डॉ. नंद किशोर, उपकृषि निदेशक


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