वाराणसी-अदलपुरा-चुनार मार्ग पर सीमेंट की गुणवत्ता जांच में सही, लोनिवि बोला गलत
बनारस से चुनार तक बन रही सड़क के निर्माण में धांधली उजागर होने पर गुणवत्ता की जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजी गई सैंपल की एक रिपोर्ट शनिवार को आ गई। टाइल्स के नीचे लगाई गई सीमेंट की गुणवत्ता सही मिली है।
वाराणसी, जेएनएन। बनारस से चुनार तक बन रही सड़क के निर्माण में धांधली उजागर होने पर गुणवत्ता की जांच के लिए प्रयोगशाला में भेजी गई सैंपल की एक रिपोर्ट शनिवार को आ गई। टाइल्स के नीचे लगाई गई सीमेंट की गुणवत्ता सही मिली है। टाइल्स समेत अन्य की जांच रिपोर्ट आनी बाकी है। जांच रिपोर्ट में सीमेंट की गुणवत्ता सही मिलने पर लोक निर्माण विभाग ने राहत की सांस ली है। हालांकि टाइल्स के नीचे गंगा बालू में मिट्टी यानी खराब बालू डालने की बात विभाग खुद स्वीकार रहा है। इसके लिए लोक निर्माण विभाग को कार्यदायी संस्था को दोषी मानते हुए फिलहाल भुगतान रोक दिया है।
वाराणसी-अदलपुरा-चुनार मार्ग के नाम से बन रही साढ़े चार किलोमीटर फोरलेन सड़क के लिए २९ करोड़ ८६ लाख 53 हजार रुपये स्वीकृत है। सड़क में धांधली होने की शिकायत मिलने पर कैंट विधायक ने स्थलीय निरीक्षण किया तो धांधली उजागर हो गई। उन्होंने डीएम से पूरे मामले को अवगत कराया तो उन्होंने तीन सदस्यीय टीम गठित कर जांच का आदेश दे दिया। धांधली मिलने पर क्षेत्रीय अभियंता से स्पष्टीकरण मांगा गया। अभियंताओं ने डीएम को अपना स्पष्टीकरण दे दिया है। उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी। महामनापुरी कालोनी में जीओटेक जांच प्रयोगशाला में टाइल्स के नीचे लगे सीमेंट की गुणवत्ता सही होने की रिपोर्ट दी है, जबकि प्राथमिक जांच में विभाग ने पाया कि पाथ-वे के बीच मिट्टी और खराब बालू ठीकेदार ने डाल दिया था। टाइल्स लगाने के दौरान गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया गया जिससे लोड पड़ते ही टूट गया। साथ ही टाइल्स की भी गुणवत्ता ठीक नहीं है। नाली में भी गड़बड़ी है।
टाइल्स में जीओटेक जांच प्रयोगशाला में सीमेंट की गुणवत्ता सही मिली है
बनारस से चुनार तक बन रही सड़क के किनारे लगी टाइल्स में जीओटेक जांच प्रयोगशाला में सीमेंट की गुणवत्ता सही मिली है। टाइल्स समेत अन्य जांच रिपोर्ट आनी बाकी है। फर्म ने मिट्टीयुक्त खराब बालू टाइल्स के नीचे डाल दिया था। फिलहाल फर्म का भुगतान रोक दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने पर भुगतान में कटौती की जाएगी।
-सुग्रीव राम, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण