कंटेनर चालक ने पुलिस-प्रशासन को दिखाया आईना
संवाद सूत्र, बारासगवर : गोवंशीय पशुओं की तस्करी पर प्रदेश सरकार की गंभीरता का निचले स्त
संवाद सूत्र, बारासगवर : गोवंशीय पशुओं की तस्करी पर प्रदेश सरकार की गंभीरता का निचले स्तर पर खूब मजाक उड़ाया जा रहा है। जिम्मेदार लगातार जिले में मवेशियों की अवैध तरीके से ट्रांसपोर्टिंग न होने का दावा कर रहे हैं जबकि खुले तौर पर गोवंशीय पशुओं की स्लाट¨रग व ट्रांसपोर्टिंग का खेल चल रहा है। रविवार रात रास्ता भटकर गांव की सकरी सड़क पर पहुंचे कंटेनर चालक ने पुलिस और प्रशासन को आईना दिखा दिया। हालांकि इस बार भी पुलिस द्वारा धाराओं में खेल कर तस्करों पर नरमी बरती गई।
थाना क्षेत्र के धानीखेड़ा गांव में सोमवार देर रात एक कंटेनर गांव में घुस गया। इस दौरान उसने कंटेनर आगे-पीछे करने की कोशिश में तीन घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया। तेज आवाज सुन ग्रामीणों की नींद खुल गई और वह घरों से बाहर निकल आए। ग्रामीणों को अपनी ओर आता देख चालक कंटेनर छोड़कर भाग निकला। जबकि ग्रामीणों ने तीन तस्करों को मौके से पकड़ लिया। कंटेनर में मवेशियों की आहट सुन आक्रोश फूट पड़ा। रात में ही पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने पकड़े गए तीनों तस्करों को हिरासत में लिया कंटेनर में 25 बैल बरामद हुए, जिन्हें लोडर से बक्सर स्थित मिनी सचिवालय में उतारा गया। सूचना परसीओ बीघापुर, नायब तहसीलदार बीघापुर रजनीश बाजपेई ने कंटेनर को जेसीबी की मदद से गांव से बाहर निकलवा थाना पहुंचवाया। ग्रामीणों की माने तो कंटेनर की टक्कर से राजाराम, संतोष वर्मा व धुन्नर के मकान क्षतिग्रस्त हो गए, साथ ही गांव के तीन विद्युत पोल भी टक्कर लगने से टूटकर गिर गए। गनीमत रही सप्लाई बंद थी, जिससे बड़ा हादसा टल गया। मवेशियों की ट्रांसपोर्टिंग का सेफ जोन, बीघापुर सर्किल
रायबरेली और बक्सर की ओर से मवेशियों को लेकर स्लाटर हाउस जाने के लिए बीघापुर सर्किल एरिया तस्करों के लिए सेफ जोन बन गया है। पुलिस की मौजूदगी न देख यह वाहन पुरवा होते हुए आसानी से दही चौकी पहुंच जाते हैं। इससे पूर्व भी ट्रक में फल की कैरेट के पीछे छिपाकर मवेशियों को ले जाने का मामला प्रकाश में आ चुका है। रात के अंधेरे में यह वाहन धड़ल्ले से मवेशियों की ट्रांसपोर्टिंग कर उन्हें स्लाटर हाउस तक पहुंचाते हैं। मामला गो-तस्करी का दर्ज की पशु क्रूरता
ग्रामीणों द्वार पकड़कर पुलिस के दिए गए तस्करों ने अपना नाम रोहित पुत्र लालबहादुर, रामबोध पुत्र ज्ञानप्रकाश निवासी शाहगंज जौनपुर व नौशाद पुत्र मुन्ना निवासी शाहपुर फतेहपुर बताया। कहा कि बाराबंकी से गोवंशीय पशुओं को लेकर बिहार प्रांत जा रहे थे। हालांकि वह रवन्ना समेत अन्य कागज पुलिस को नहीं दिखा पाए। मामला गो-तस्करी से जुड़ा होने के बाद भी पुलिस ने पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर तस्करों पर नरमी बरत दी। एसओ बारासगवर अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि ग्रामीण की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। विवेचना में अन्य तथ्य शामिल किए जाएंगे।