शहर के हर कोने पर खुलेंगे सीएनजी पंप
जागरण संवाददाता, उन्नाव : महानगरों में वाहनों के धुंए से बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए अब
जागरण संवाददाता, उन्नाव : महानगरों में वाहनों के धुंए से बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए अब छोटे शहरों में भी इससे निपटने की तैयारी तेज हो गई है। डीजल-पेट्रोल के बढ़ते दाम और जनपद के पर्यावरण को लेकर ¨चतित रहने वालों के लिए यह अच्छे संकेत भी हैं। जल्दी ही शहर के चारों किनारों पर ग्रीन गैस पंप खोले जायेंगे। जहां से वाहनों के लिए सीएनजी गैस आसानी से उपलब्ध होगी। इससे पहले लखनऊ-कानपुर हाईवे पर कंपनी अपना ऑनलाइन पंप संचालित करेगी। इसके लिए सर्वे कार्य शुरू हो गया है। जल्द ही स्थल चयन की प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी।
लगातार बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए अब महानगरों में डीजल पेट्रोल से चलने वाले वाहनों के स्थान पर ग्रीन गैस का प्रयोग हो रहा है। सरकार भी इसे लेकर गंभीर है। इसी को देखते हुए सीयूजीएल ने उन्नाव को भी इसके दायरे में लिया है। जिसके तहत रसोई गैस की पाइप लाइनों को डालने के अलावा सीएनजी पंप की शुरुआत की जा रही है। कंपनी चीफ रीजनल मैनेजर मंसूर अली ने बताया कि वर्ष 2018-19 में कंपनी शहर के चार किनारों पर ग्रीन गैस का पंप खोलेगी। इसके लिए स्थान चयन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। उनका कहना था कि इससे पहले कंपनी का लक्ष्य एक आन लाइन सीएनजी पंप नेशनल हाईवे -25 पर शुरू करने का है। जो शेखपुर से दही चौकी के बीच होगा। फिलहाल कंपनी इसके लिए भी स्थान की तलाश काफी तेजी से कर रही है। पंप के चालू होते ही वहां के लोगों के लिए वाहनों में गैस की उपलब्धता का संकट खत्म हो जाएगा। चार पंपों को लेकर तैयार प्रोजेक्ट के अनुसार इसमें हरदोई, लखनऊ रायबरेली और कानपुर को जाने वाले प्रमुख मार्गों पर इसका संचालन किया जाना है। इसमें फिलहाल कानपुर रोड के पंप का संचालन पूर्व से ही हो रहा है। जबकि शेष क्षेत्रों के लिए सर्वे पूरा होने का इंतजार है।
पाइप लाइन से जुड़ेगा अकरमपुर पंप
ग्रीन गैस पंप के दायरे को बढ़ाने के लिए रीजनल चीफ मैनेजर मंसूर अली ने कहा कि अभी तक अकरमपुर पंप में सिलेंडर के माध्यम से सीएनजी गैस उपलब्ध कराते हुए वाहनों को बांटी जाती है। जिसे मार्च से पहले ऑनलाइन कर पाइप लाइन से जोड़ दिया जाएगा। इसके बाद इस पंप पर गैस की उपलब्धता को लेकर कोई संकट नहीं बचेगा। इस क्षेत्र को पाइप लाइन से जोड़ने की प्रक्रिया चल रही है।
जिले में वाहनों की स्थिति
चौपहिया वाहन 33 हजार
आटो रिक्शा व टेंपो 4800
सीएनजी वाहन 1300 (लगभग)