बच्चों को अब नहीं खानी पड़ेगी कड़ुवी दवा
जिला अस्पताल में अभी तक बच्चों के लिए दस्त की दवा मेट्रोजिल और एंटीबायोटिक सीरप नहीं मिल रहा था इससे बड़ों की दवा दी जा रही थी। जागरण ने इस मामले का खुलासा किया जिसके बाद गुरुवार को दवा का स्टाक आ गया। अब बच्चों को कड़ुवी दवा नहीं खानी पड़ेगी।
जागरण संवाददाता, उन्नाव : जिला अस्पताल में अभी तक बच्चों के लिए दस्त की दवा मेट्रोजिल और एंटी बायोटिक सिरप नहीं मिल रहा था, इससे बड़ों की दवा दी जा रही थी। जागरण ने इस मामले का खुलासा किया जिसके बाद गुरुवार को दवा का स्टाक आ गया। अब बच्चों को कड़ुवी दवा नहीं खानी पड़ेगी।
जिला संयुक्त चिकित्सालय में वर्तमान समय में पांच वर्ष से कम उम्र वाले औसतन चार सौ से पांच बच्चे प्रतिदिन बुखार और डायरिया से पीड़ित होकर आ रहे हैं। ओपीडी में आने वाले बच्चों को दस्त में मेट्रोजिल सिरप और बुखार में पैरासीटामोल के साथ एंटीबायोटिक सिरप दिया जाता है, लेकिन जिला अस्पताल के दवा स्टोर में बच्चों के लिए दोनों सिरप ही नहीं थे। इससे उन्हें बड़ों की टेबलेट देकर पीसकर पिलाने की सलाह दी जा रही थी। बच्चे कड़ुवी दवा का डोज निगल नहीं पा रहे थे, इससे अभिभावकों को बाहर से दवा खरीदनी पड़ रही थी। जागरण ने 25 सितंबर को बच्चों पर डायरिया हावी अस्पताल में दवा नहीं शीर्षक से खबर प्रकाशित कर दवा के अकाल का खुलासा किया था। इसके बाद सीएमएस डॉ. मेवालाल ने ऑनलाइन डिमांड के बाद भी संबंधित कंपनी द्वारा दवा आपूर्ति न करने की सूचना शासन को भेजी थी। जिस पर शासन ने कंपनी का जवाब तलब किया। जिसके बाद गुरुवार को जिला अस्पताल में मेट्रोजिल और एंटी बायोटिक सिरप की सप्लाई दी गई। इससे अब बच्चों को दवा का कड़ुवा डोज नहीं लेना पड़ेगा।