बाल वैज्ञानिकों में दिखी पर्यावरण असंतुलन की फिक्र
राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में आयोजित इंस्पायर अवार्ड मानक योजना प्रदर्शनी के जरिये छात्रों की वैज्ञानिक सोच ने कई संदेश दिए। जल-वायु संरक्षण के साथ च्डिजिटल और क्लीनज् इंडिया की झलक ज्यादातर प्रतिभागियों द्वारा बनाए गए मॉडल में दिखी। मॉडल और प्रोजेक्ट से विकास के साथ पर्यावरण संतुलन का ख्याल रखने की नसीहत भी दी। छात्रों की सोच को मुख्य अतिथियों के साथ अधिकारियों ने सराहा। इंस्पायर अवार्ड मानक योजना का मकसद 10 से 15 वर्ष तक के छात्र-छात्राओं में विज्ञान विषय में रूचि बढ़ाना है। इसमें विद्यार्थियों द्वारा बनाए जाने वाले मॉडल को ऑनलाइन चयनित किया जाता है। इसके बाद पहले चरण की प्रदर्शनी (जनपदीय) में यदि मॉडल चयनित हुए तो उसे मंडलीय व राज्य स्तरीय
जागरण संवाददाता, उन्नाव : राजकीय बालिका इंटर कॉलेज में आयोजित इंस्पायर अवार्ड मानक योजना प्रदर्शनी के जरिए छात्रों की वैज्ञानिक सोच ने कई संदेश दिए। जलवायु संरक्षण के साथ 'डिजिटल और क्लीन' इंडिया की झलक ज्यादातर प्रतिभागियों द्वारा बनाए गए मॉडल में दिखी। मॉडल और प्रोजेक्ट से विकास के साथ पर्यावरण संतुलन का ख्याल रखने की नसीहत भी दी। छात्रों की सोच को मुख्य अतिथियों के साथ अधिकारियों ने सराहा।
इंस्पायर अवार्ड मानक योजना का मकसद 10 से 15 वर्ष तक के छात्र-छात्राओं में विज्ञान विषय में रूचि बढ़ाना है। इसमें विद्यार्थियों द्वारा बनाए जाने वाले मॉडल को ऑनलाइन चयनित किया जाता है। इसके बाद पहले चरण की प्रदर्शनी (जनपदीय) में यदि मॉडल चयनित हुए तो उसे मंडलीय व राज्य स्तरीय प्रदर्शनी में स्थान दिया जाता है। मंगलवार को जीजीआइसी में जनपद स्तरीय प्रदर्शनी दोबारा आयोजित की गई थी। क्योंकि पूर्व में प्रदर्शनी के दौरान चयनित विद्यालयों में आधे से ज्यादा स्कूल से प्रतिभागियों ने शिरकत नहीं की थी। जिस कारण प्रदर्शनी को दोबारा कराने का फैसला विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने लिया था। विभाग द्वारा नियुक्त जिला समन्वयक सूरज यादव ने प्रदर्शनी में प्रतिभाग कम होने पर नाराजगी जताई थी। निरस्त हुई प्रदर्शनी का दोबारा आयोजन मंगलवार को जीजीआइसी में हुआ। हालांकि यहां भी स्कूल शत प्रतिशत शामिल नहीं हो सकें। जिस पर गैरहाजिर रहे स्कूलों की सूची डीआइओएस ने तलब की है।
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10-10 हजार रुपये की होगी रिकवरी
छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से उनके चयनित मॉडल पर प्रतिभागी के बैंक खाते में भेजी गई 10 हजार रुपये की रकम प्रदर्शनी में गैरहाजिर रहे प्रतिभागियों से वापस ली जाएगी इसके लिए संबंधित स्कूल प्रबंधन को निर्देशित किया गया है। डीआइओएस ने बताया कि 78 विद्यालय से 129 विद्यार्थी प्रदर्शनी को लेकर चयनित हुए थे। आधे प्रतिभागियों ने भी प्रतिभाग नहीं किया था जिस कारण प्रदर्शनी दोबारा कराई गई। शत प्रतिशत उपस्थिति दूसरी बार आयोजित प्रदर्शनी में भी नहीं दिखी। 129 विद्यार्थी में 109 ने किया प्रतिभाग किया। जिन प्रतिभागियों ने प्रतिभाग नहीं किया, उनके स्कूलों की सूची तलब की गई है। प्रतिभागियों के खाते में पहुंचा रुपया रिकवरी कराने का आदेश संयोजक को दिया गया है।