पेयजल, इज्जतघर व जलभराव पर भड़के प्रमुख सचिव
जागरण संवाददाता उन्नाव शुक्रवार को विकास भवन सभागार में जिले के विकास कार्यों की समीक्षा
जागरण संवाददाता, उन्नाव : शुक्रवार को विकास भवन सभागार में जिले के विकास कार्यों की समीक्षा करने आए प्रमुख सचिव नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग उप्र शासन के निशाने पर जल निगम, नगर विकास व डीपीआरओ रहा। गांव में लक्ष्य से बहुत पीछे इज्जतघर निर्माण पर नाराजगी प्रकट की। ग्रामीण क्षेत्रों में राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल परियोजनाओं की दुर्दशा पर जल निगम के कार्याें की जांच कराने के निर्देश डीएम को दिए।
प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव व डीएम रवींद्र कुमार की अध्यक्षता में बैठक हुई। जिसमें संचारी रोग नियंत्रण व फॉगिग की व्यवस्था व बाढ़ की रोकथाम की व्यवस्था की जानकारी ली गई। सचिव ने प्रतिदिन 300 सैंपल एकत्र किये जाने के लक्ष्य निर्धारित किया। जनपद में कोविड अस्पतालों की जानकारी ली। सीएमओ ने बताया कि जिला अस्पताल में केवल इमरजेंसी मरीज देखे जा रहे हैं। हार्ट के मरीजों को क्रिटिकल केसेज पर हैलट कानपुर रेफर किया जाता है। अधिशाषी अभियन्ता जल निगम, जिला पंचायत राज अधिकारी, समस्त अधिशाषी अधिकारी नगर निकाय को निर्देश दिये गये कि जनपद में शुद्ध पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के क्रम में हैंडपम्पों की क्रियाशीलता के प्रति गंभीरता बरती जाए। मुख्य विकास अधिकारी, डॉ राजेश कुमार प्रजापति, अपर जिलाधिकारी राकेश सिंह, नगर मजिस्ट्रेट चन्दन पटेल तथा अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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28029 के सापेक्ष 1732 इज्जतघर ही बने
- अब तक 28029 इज्जत घर के लक्ष्य के सापेक्ष 1732 ही बने हैं। ग्रामीण ड्रेनेज की सफाई के 877 लक्ष्य के सापेक्ष 253 और शहरी ड्रेनेज के लक्ष्य 8209 के सापेक्ष 1077 ही पूरे किए गए।
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1200 की आबादी झेल रही जलभराव
- प्रमुख सचिव ने शहर के पूरब खेड़ा मोहल्ले का स्थलीय निरीक्षण किया। जहां जलभराव की स्थिति देख ईओ नगर पालिका परिषद को फटकार लगाई। ईओ ने बताया कि लगभग 1200 परिवार जलभराव की स्थिति से प्रभावित हैं। जलभराव की जानकारी पर प्रमुख सचिव ने सख्ती के साथ निर्देश राहत व बचाव कार्य पूरे करने को कहा।