'डिजिटल इंडिया' के आड़े आ रहा बीएसएनएल नेटवर्क
जागरण संवाददाता उन्नाव भारतीय संचार निगम लि. का बीमार नेटवर्क डिजिटल इंडिया के आड़े आ
जागरण संवाददाता, उन्नाव : भारतीय संचार निगम लि. का 'बीमार' नेटवर्क डिजिटल इंडिया के आड़े आ रहा है। वर्ष 2016 में डिजिटलाइजेशन के लिए जिले का चयन होने के बाद यहा सभी कायरें को ऑनलाइन करने के निर्देश दिए गए थे। इसके लिए सभी तहसील और ब्लॉक में बीएसएनएल ने नेट कनेक्टविटी दी, लेकिन नेटवर्क के अभाव में सरकारी कार्यालयों का कामकाज ठीक से नहीं हो पाया। वर्तमान में हालात ये हैं कि 217 बीटीएस में से 71 बंद हैं। ऐसे में तमाम सरकारी कार्यालयों में निजी नेटवर्क के सहारे काम किया जा रहा है।
जिले में बागरमऊ तहसील व ब्लाक, ब्लाक गंजमुरादाबाद, औरास ब्लाक, हिलौली ब्लाक कार्यालय, सफीपुर ब्लाक व तहसील कार्यालय, पुरवा ब्लाक व तहसील, सुमेरपुर ब्लाक, तहसील बीघापुर, ब्लाक सुमेरपुर के कार्यालय में बीएसएनएल नेटवर्क गायब रहता है। कभी नेटवर्क आ भी जाए तो स्पीड नहीं रहती। इससे ऑनलाइन कामकाज प्रभावित रहता है। मजबूरी में कर्मचारी फीडिंग आदि का काम निजी कंपनी के नेटवर्क और अपने मोबाइल से कनेक्ट कर करते हैं। ऐसे में शासन को तो रिपोर्ट भेज दी जाती है, लेकिन आय-जाति, निवास आदि प्रमाण पत्र व खसरा खतौनी आदि देने का कार्य प्रभावित होता है। 217 में से बंद हैं 71 बीटीएस
उन्नाव जिले में कुल 217 बीटीएस हैं, लेकिन शहर सहित हसनगंज सफीपुर, बिछिया, औरास, अचलगंज शुक्लागंज आदि क्षेत्रों को मिलाकर 51 बीटीएस (मोबाइल टावर) बंद हैं। इसके अलावा बिजली का बिल जमा न किए जाने से भी 20 बीटीएस से वेंडर ने हाथ खींचा है। इस वजह से बीएसएनएल मोबाइल नेटवर्क जिले में 43 फीसदी उपभोक्ताओं को ही मिल पा रहा है। कब्बाखेड़ा, कल्याणी देवी विकास नगर, बिचपरी, कोरारी कला, ऊंचगाव, कालूखेड़ा, नई सराय, असोहा, चमियानी, हिलौली, मुस्तफाबाद, नारायणपुर, पडरी कला, राजपुर गढ़ी, अकबरपुर, मुसंदी, पहाड़पुर शकरपुर सराय, मिर्जापुर, सुमहरी, अकोरी, सराय जोगा आसीवन, भवानीगंज, चंद्रिका, कुदी, सातन, विकासनगर, बैजलपुर, रुपऊ, गोरिया कला, अलीपुर, पुलिस लाइन बालापुर, शुक्लागंज 4, नवाबगंज में भी बीटीएस बंद हैं। बीएसएनएल नेटवर्क सेवा काफी कमजोर है। इससे ऑनलाइन काम-काज पर असर पड़ रहा है। ब्लॉकों में तो नेटवर्क न के बराबर आ रहे हैं। इससे कर्मचारियों को दूसरे नेटवर्क का सहारा लेना पड़ रहा है।
शरद कुमार निगम, सूचना विज्ञान अधिकारी, एनआइसी
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- बजट के अभाव में ज्यादातर बीटीएस बंद हैं। इनकी खामिया दूर नहीं हो पा रहीं हैं। कई बीटीएस अमृत योजना के तहत की गई खोदाई के कारण केबल कटने से बंद हैं। इन्हें दुरुस्त कराते हुए नेटवर्क की दिक्कत दूर की जाएगी।
- शाहिद अली खान, टीडीएम