आयुष्मान लाभार्थी हुआ परेशान तो होगी सख्त कार्रवाई
जागरण संवाददाता, उन्नाव : आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन (एबीएनएचपीएम) के सीईओ अ
जागरण संवाददाता, उन्नाव : आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा मिशन (एबीएनएचपीएम) के सीईओ और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बुधवार को वीडियो कांफ्रें¨सग पर आयुष्मान योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा की। इस दौरान चेतावनी भी दी कि आयुष्मान योजना के लाभार्थी मरीजों को इलाज पाने के लिए अगर परेशानी हुई तो संबंधित अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई की जाए। सीएमओ अपने स्तर से योजना में अस्पताल को संबद्ध कराने के जो आवेदन पें¨डग हो उनका निस्तारण सुनिश्चित कराएं।
भारत सरकार की आयुष्मान योजना के सीईओ इंदुभूषण और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिग कर आयुष्मान योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा की। इस दौरान कई जिलों में आयुष्मान योजना संबद्ध होने के लिए निजी अस्पतालों द्वारा किए गए आवेदन पर निर्णय न कर उन्हें पें¨डग रखने का खुलासा हुआ। जिन जनपदों में आवेदन लंबित हैं उनमें उन्नाव भी शामिल है। इस पर सीईओ ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए स्पष्ट तौर पर निर्देश दिया कि जिन अस्पतालों के आवेदन पे¨डग हैं उनका निस्तारण कर अधिक से अधिक अस्पताल संबद्ध करें। उधर प्रमुख सचिव ने दो टूक शब्दों ने सभी सीएमओ को हिदायत दी की समय-समय पर आयुष्मान योजना में संबद्ध अस्पतालों का निरीक्षण कराएं और यह सुनिश्चित कराएं कि लाभार्थियों को इलाज में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। जहां कहीं लाभार्थियों की शिकायत आए उसे गंभीरता से लेकर समस्या का समाधान कराएं और लापरवाही करने वाले अस्पतालों पर कार्रवाई कराएं । वीडियो कांफ्रें¨सग में एसीएमओ डॉ. तन्मय कक्कड़ मौजूद रहे।
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16 अस्पतालों को संबद्ध होने का इंतजार
- जिले में आयुष्मान योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्र के 2,15,000, शहरी क्षेत्र के 40,000 और 55,000 नए लाभार्थी शामिल हैं। आयुष्मान योजना में संबद्ध कराने के लिए 16 अस्पतालों के आवेदन अभी लंबित चल रहे हैं जिनकी जांच न होने से इन्हें संबद्ध नहीं किया जा सका है। प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने चेतावनी देते हुए एक सप्ताह में जांच कर इन्हें संबद्ध करने का निर्देश दिया है।