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युवक की हत्या के बाद विरोध पर बेटी को मार डाला था

जागरण संवाददाता उन्नाव बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र में बीती 19 अक्टूबर को धान के खेत में मिले यु

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Oct 2021 07:46 PM (IST)Updated: Sun, 24 Oct 2021 07:46 PM (IST)
युवक की हत्या के बाद विरोध पर बेटी को मार डाला था
युवक की हत्या के बाद विरोध पर बेटी को मार डाला था

जागरण संवाददाता, उन्नाव: बांगरमऊ कोतवाली क्षेत्र में बीती 19 अक्टूबर को धान के खेत में मिले युवक और किशोरी के नर कंकालों की घटना पर पुलिस ने प्रेम संबंध को लेकर हत्या का राजफाश करते हुए किशोरी के पिता और चाचा को जेल भेज कर अन्य तीनों आरोपितों की तलाश करने में जुट गई है।

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बता दें कि बीती 19 अक्टूबर को कोतवाली क्षेत्र के गांव भिखरियापुर निवासी रामसिंह के 22 वर्षीय बेटे बालकिशन व गांव निवासी रामकुमार की बेटी के कंकाल धान के खेत में मिले थे। जिसमें युवक के पिता ने किशोरी के पिता रामकुमार, चाचा जयपाल, चचेरे चाचा गोविंद, लालचंद व रामसागर पर हत्या व अन्य धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। तभी से पुलिस आरोपितों को तलाश कर रही थी। रविवार सुबह सूचना पर पुलिस टीम ने गांव के पास स्थित सिरधरपुर तिराहा के पास से किशोरी के पिता रामकुमार व चाचा जयपाल को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पिता ने बताया कि बालकिशन की बहन की शादी कुछ माह पूर्व थी। उसके घर उसकी बेटी खाना बनाने जाती थी। उसी दौरान बेटी का प्रेम-प्रसंग उससे हो गया और उनमें नजदीकियां बढ़ गईं। वे फोन से लगातार बात करते थे। दोनों को कई बार आपत्तिजनक स्थिति में देखा गया था तो उन्हें हिदायत दी थी। 12 अक्टूबर को दोनों को उसके दूसरे खाली मकान में उसकी पत्नी ने आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया तो उससे शिकायत की। रामकुमार ने बेटी को काफी मारा और स्वजन के साथ बालकिशन को भी पीटकर दोबारा बेटी से न मिलने की बात कही थी। रात में बेटी को घर से लापता देख उसने भाई जयराम व चचेरे भाइयों के साथ काफी तलाश लेकिन, उसका कहीं पता नहीं चला। कुछ देर बाद वे लोग जयराम के खेत पहुंचे और दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देखा तो आग बबूला हो गए। इसके बाद उसने भाई के साथ मिलकर बालकिशन का गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद तालाब के पास एक गड्ढे में उसका शव दबा दिया। बेटी को घर ले जाने लगे तो उसने यह बात गांव में बताने की धमकी दी। इसके बाद उसकी भी गला दबाकर हत्या कर दी और शव उसी स्थान पर छिपा दिया। इसके बाद वे लोग लगातार शवों पर नजर रखने लगे। लेकिन, दोनों के लापता होने की चर्चा गांव में होने लगी और शवों के पास जानवर जाने लगे। तभी बालकिशन के पिता रामसिंह के धान की फसल में पानी लगाने का फायदा उठाकर 17 अक्टूबर की रात शवों को वहां फेंक साक्ष्य मिटाने को तेजाब व कीटनाशक की खाली पुड़िया व अन्य सामान डाल दिया। बताया कि तेजाब रामसागर लाया था। घटना के दो दिन बाद वह जयपुर चला गया। शव मिलने पर वे लोग फरार हो गए। पुलिस ने दोनों को घटनास्थल से शव फेंके जाने वाले स्थान तक ले जाकर निरीक्षण किया। दोनों ने उनकी हत्या करना स्वीकारा। पुलिस ने मेडिकल कराकर दोनों को कोर्ट में पेश किया है। कोतवाल श्याम नारायण सिंह ने बताया कि दोनों को जेल भेज दिया गया है। अन्य को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। मृतक बालकिशन के पिता ने दोनों के जेल जाने पर खुशी जाहिर की।


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