एसटीएफ टीम के थाह लेने के बाद अब घटना की जड़े खोजेंगे प्रभारी
जागरण टीम उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के भतीजे के अपहरण मामले की जांच में एसटीएफ के शामि
जागरण टीम, उन्नाव : दुष्कर्म पीड़िता के भतीजे के अपहरण मामले की जांच में एसटीएफ के शामिल होने के बाद बुधवार देरशाम गांव पहुंची टीम ने अब थाह लेनी शुरू कर दी है। पांच सदस्यीय टीम द्वारा फीडबैक देने के बाद अब टीम प्रभारी इसकी जड़ें खोजने को पहुंचने की तैयारी में हैं। वहीं स्थानीय पुलिस अधिकारी भी मामले को लेकर और सतर्क हो गए हैं।
जलाकर मारी गई दुष्कर्म पीड़िता का छह वर्षीय भतीजा बीती दो अक्टूबर की शाम अचानक लापता हो गया था। पीड़िता की बहन ने गांव निवासी पांच लोगों के खिलाफ अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करायी थी। पुलिस ने आरोपितों को जेल भेज दिया था। उधर, एसपी ने बच्चे की खोज में 14 पुलिस की टीमों के साथ स्वॉट, सर्विलांस व फील्ड यूनिट भी लगाई थी, लेकिन बच्चे का कोई सुराग नहीं लग सका था। अब पुलिस के साथ एसटीएफ भी बच्चे की खोज में लग गई है। बीते बुधवार देरशाम एसआइ विक्रम सिंह के नेतृत्व में हेड कांस्टेबल प्रदीप सिंह, नीरज पांडेय, बृजेश सिंह व शैलेन्द्र पीड़िता के गांव पहुंचे थे। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण करने के साथ ही पीड़िता के पिता, बहन, भाई व भाभी से भी पूछताछ की। टीम ने सभी लोगों के मोबाइल नंबर लिये और चली गई। अब टीम से मामले में फीडबैक लेने के बाद जल्द ही टीम के प्रभारी डिप्टी एसपी डीके शादी भी गांव पहुंचकर जांच करेंगे।
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लाई डिटेक्टर टेस्ट के लिए गुरुवार को भी नहीं मिली तारीख
- अपहरण के आरोपितों का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने को पुलिसकर्मी पूरे अभिलेख लेकर गुरुवार को भी विधि विज्ञान प्रयोगशाला लखनऊ पहुंचे और इसके लिए तारीख की अर्जी लगाई। लेकिन उन्हें जांच के लिए तारीख नहीं मिल सकी। इससे उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ा।
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तलाशी व पूछताछ से सहमे हैं ग्रामीण
- बच्चे के लापता होने के बाद से ग्रामीण भयभीत हैं। पुलिस गांव में सभी घरों की तलाशी ले रही है। दर्जनों लोगों से थाने बुलाकर पूछताछ की जा चुकी है। लोगों में इसे लेकर इतना भय है कि पुलिस वाहन देखते ही लोग घरों में घुस जाते हैं। ग्रामीण भी मामले की सीबीआइ जांच की मांग कर रहे हैं।