11 घंटे गुल रही बिजली, आधा शहर पानी को तरसा
गर्मी में बिजली विभाग का मरम्मत कार्य लोगों के लिए बड़ी मुसीबत सरीखा होता है। इस समय भीषण उमस के मौसम में 132 केवी विद्युत पारेषण उपकेंद्र कुंदनगंज में रविवार को अनुरक्षण और पैनल बदलने का काम किया गया। छह फीडरों के पैनल बदलने के साथ नई केबिल डाली गई। इस कारण सुबह
जागरण संवाददाता, उन्नाव : गर्मी में बिजली विभाग का मरम्मत कार्य लोगों के लिए बड़ी मुसीबत सरीखा होता है। इस समय भीषण उमस के मौसम में 132 केवी विद्युत पारेषण उपकेंद्र कुंदनगंज में रविवार को अनुरक्षण और पैनल बदलने का काम किया गया। छह फीडरों के पैनल बदलने के साथ नई केबल डाली गई। इस कारण सुबह 8 से शाम 7 बजे तक बिजली गुल रही। बिजली आपूर्ति ठप होने से आधे शहर के लोग पानी और उमस से बेहाल रहे।
शासन के निर्देश के चलते बिजली विभाग को उपकेंद्रों के फीडर की याद आ गई। दिन भर मरम्मत कार्य होने से लोगों का पूरा दिन उमस व पानी संकट के बीच गुजरा। कब्बाखेड़ा सब स्टेशन के फीडरों के पैनल को बदलने के बाद रविवार को 132 केवी विद्युत पारेषण उपकेंद्र कुंदनगंज में अनुरक्षण और पैनल बदलने का काम किया गया। सुबह आठ बजे से मरम्मत का काम शुरू हुआ। इसके चलते अकरमपुर, अकरमपुर इंडस्ट्रियल स्टेट, उन्नाव शहर, फीडर एक व दो, दोस्तीनगर ग्रामीण के फीडर बदले गए। करीब 15 हजार की आबादी 11 घंटे बिना बिजली के रही। शाम 7 बजे जब बिजली आई तो लोगों को राहत मिली। बिजली न आने से लोगों का आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित रहा।
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पानी के लिए सुबह से ही हाय-तौबा
- सुबह आठ बजे बिजली चली गई और जिन लोगों ने पानी भर लिया उनके लिए राहत रही लेकिन जिन्होंने पानी नहीं भरा वह पूरा दिन पानी के लिए परेशान रहे। कंजी, तालिब सराय, पत्थर कालोनी, अकरमपुर ग्रामीण, कुंदनगंज में लोग पानी के लिए परेशान रहे। आधा शहर को पानी के लिए परेशान होना पड़ा। कई जगहों पर लोग पानी खरीद कर लाए तो कहीं पर किराये पर जनरेटर लगाकर पानी भरा गया। वहीं कई जगहों पर लोग रिश्तेदारों के घर पहुंच चले गए। पानी की किल्लत के साथ उमस ने भी लोगों की जमकर परीक्षा ली। लोग मन ही मन बिजली विभाग को कोसते नजर आए।
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डाली गई नई केबल
- पैनल बदलने से कई फीडर खिसकाए गए जिससे केबिल भी बदलनी पड़ी। वहीं पूरे उपकेंद्र में जहां कहीं भी केबिल खराब दिखी उसे बदल दिया गया। मरम्मत कार्य के दौरान भीषण उमस के कारण बिजली कर्मी भी पसीना बहाते रहे।
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अधिकारियों ने फोन किए बंद
- मरम्मत कार्य के चलते कहीं कोई उपभोक्ता फोन न कर दे, इस कारण बिजली विभाग के अधिकारियों के मोबाइल बंद रहे। जेई से लेकर अधिशाषी अभियंता ने मोबाइल उठाना जरूरी नहीं समझा। जिन जगहों पर लोगों को मरम्मत कार्य की जानकारी नहीं थी वह फाल्ट की आशंका के चलते बिजली विभाग के अधिकारियों को फोन मिलाते रहे।