बेटियों की सुविधाओं में ढिलाई मिलने पर होगी कार्रवाई
जागरण संवाददाता उन्नाव कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में बेटियों की शिक्षा व सुविधा
जागरण संवाददाता, उन्नाव : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में बेटियों की शिक्षा व सुविधा पर खर्च हुए बजट का हिसाब राज्य परियोजना कार्यालय ने जुटाना शुरू किया है। यहां पर तीन वर्षों (2017-18, 2018-19 व 2019-20) में मिली धनराशि कहां व कैसे खर्च हुई, इस हकीकत को जांचने की कवायद समग्र शिक्षा अभियान के तहत शासन की टीम करेगी। इस जांच में जिला स्तरीय समिति की आख्या को कसौटी बनाया जाएगा। व्यय धनराशि का भौतिक सत्यापन प्रेरणा पोर्टल पर भी किया जाएगा। बेहतर शिक्षण, सुविधा कार्यो में गुणवत्ता न मिलने पर बीएसए, वित्त एवं लेखाधिकारी व जिला समन्वयक बालिका शिक्षा जवाबदेही होंगे।
जिले में 13 कस्तूरबा स्कूल संचालित हैं। एक विद्यालय में पंजीकृत छात्राओं की संख्या 100 के करीब है। इनकी पढ़ाई के साथ छात्रावास में मिलने वाली सहूलियत पर हर साल करीब 45 हजार रुपये व्यय किया जाता है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा व राज्य परियोजना निदेशक वीके आनंद के अनुसार वर्षवार व्यय के सापेक्ष भौतिक सत्यापन होना है। भौतिक सत्यापन के बिंदुओं में स्कूल भवन, बाउंड्रीवाल, बोरिग हैंडपंप, सेप्टिक टैंक, फर्नीचर, टीएलएम (शिक्षण अधिगम सामग्री) एवं मरम्मतीकरण कार्य। इन सभी का भौतिक, स्थलीय सत्यापन कराया जाना है। जिला स्तर पर सीडीओ राजेश कुमार प्रजापति की निगरानी में सात सदस्यीय टीम सत्यापन कार्य करेगी। सत्यापन में निर्धारित बिंदुओं के तहत बेहतर कार्य न मिलने पर जिला समन्वयक बालिका शिक्षा, बीएसए व वित्त एवं लेखाधिकारी की जवाबदेही तय होगी। जिला समन्वयक बालिका शिक्षा राम प्रकाश मिश्रा ने बताया कि राज्य परियोजना कार्यालय लखनऊ से जारी पत्र के अनुसार भौतिक व स्थलीय सत्यापन होना है।