निलंबित शिक्षकों की लंबित जांच बनेगी गले की फांस
जागरण संवाददाता उन्नाव बेसिक शिक्षा विभाग में बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी न निभाते हुए मु
जागरण संवाददाता, उन्नाव: बेसिक शिक्षा विभाग में बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी न निभाते हुए मुख्यालय या ब्लाक संसाधन केंद्र पर कार्यरत शिक्षकों की मुश्किलें अब बढ़ेंगी। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने ऐसे शैक्षणिक कर्मचारियों की जानकारी बीएसए से मांगी है। इन कर्मचारियों में वह शिक्षक तलाशे जाएंगे, जो निलंबित होने के बाद आज तक बहाल नहीं हो सके। 15 दिन में ऐसे शिक्षकों की आख्या देनी है।
संबद्धीकरण या फिर दूर से पास आने के लिए ज्यादातर शिक्षक व कर्मचारी मुख्यालय से लेकर ब्लाक स्तर पर बीईओ कार्यालय में कोई न कोई रास्ता तलाशते हैं। दाल गलाने के लिए वह एड़ी चोटी का जोर लगा देते हैं। ऐसे शिक्षकों व कर्मचारियों को तलाशने का कार्य बेसिक शिक्षा विभाग ने शुरू कराया है। सचिव बेसिक शिक्षा परिषद ने सख्त तेवर के साथ बीएसए से इस बाबत जवाब मांगा है। खासतौर पर उन्होंने खंड शिक्षाधिकारी (बीईओ) कार्यालय व मुख्यालय के पटल पर सहायकों की मदद में लगे शिक्षक व लिपिकों का ब्योरा तलब किया है। सचिव द्वारा मांगी गई जानकारी में ब्लाकवार शैक्षणिक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों का नाम, पद व निलंबन तिथि। निलंबन की वजह के साथ नामित जांच अधिकारी का नाम व कर्मचारी को दिया गया आरोपपत्र और उसका स्पष्टीकरण। जांच यदि लंबित है तो इसका कारण विभाग को स्पष्ट करना होगा। बीएसए प्रदीप कुमार का कहना है कि शासन स्तर से जारी पत्र के बाबत समस्त खंड शिक्षाधिकारियों को निर्देश जारी किया गया है।