फें¨सग तोड़ सड़क पर 50 मीटर घिसटी बस
संवादसूत्र औरास (उन्नाव) सड़क पर बिखरे प्लास्टिक पाइप में फंसकर बेकाबू हुई बस डिवाइडर
संवादसूत्र, औरास (उन्नाव) : सड़क पर बिखरे प्लास्टिक पाइप में फंसकर बेकाबू हुई बस डिवाइडर की फे¨सग तोड़ते हुए सड़क पर करीब 50 मीटर तक घिसटती चली गई। बस का आगे का शीशा टूटने से कई लोग लोहे की जाली से टकराकर घायल हो गए।
हादसे में बस में सवार बिहार मधुबनी डहरा थाना भेजा निवासी मृतक तौफीक अहमद के बड़े भाई घायल हुसैन अहमद, चचेरे भाई इजराइल अब्दुल्लाह और पड़ोसी सितारे ने बताया कि बस में सवार सभी लोग बिहार के हैं। दिल्ली में परिवार के साथ रहकर कोई ऑटो चलाता है तो कोई फैक्ट्री में नौकरी करता है। सभी बुधवार दोपहर बाद करीब साढ़े 4 बजे दिल्ली लालकिला से बस से मधुबनी (बिहार) जाने के लिए निकले थे। रात करीब 12 बजे बस हादसे का शिकार हो गई।
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नहीं निकल रही थी आवाज, अपनों को ढूंढ़ रही थीं आंखें
हादसे में घायल हुए लोग इतनी दहशत में थे कि उनके मुंह से आवाज नहीं निकल रही थी। उनकी आंखें बस में सवार परिवार के अपनों को निहार रहीं थी।
दंपती गंभीर, बेटी चोटिल
घायलों में बिहार निवासी राजवंशी देवी ने बताया कि हादसे में उसके साथ पति सुनील गिरी जो कि दिल्ली में पें¨टग का काम करते हैं वह और बेटा सचिन भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जबकि बेटी नीतू को ज्यादा चोट नहीं आई।
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चार घंटे रेंगकर निकले वाहन
हादसे के बाद यूपीडा कर्मियों को आवागमन सामान्य कराने में चार घंटे से अधिक समय लग गया। अन्य वाहन हादसे का शिकार न हों, इसके लिए घटना स्थल से 50 मीटर पहले और 50 मीटर दूसरे छोर पर सांकेतिक निशान लगा, वाहनों को किनारे से निकाला गया। यात्रियों के सामान के साथ डीसीएम के पाइप व मलवा हटाने में यूपीडा कर्मियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। इस बीच वाहन रेंगते हुए निकल पाए।
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16 घंटे भूख-प्यास से तड़पे 30 यात्री
बस से करीब 30 लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के बाद पुलिस ने यूपीडा की एंबुलेंस से लखनऊ भिजवा दिया। एंबुलेंस सभी को हसनगंज-लखनऊ बार्डर स्थित टोल प्लाजा के पास उतारकर चली गई। रात्रि से दोपहर 3 बजे तक सभी घायल भूख-प्यास से तड़पते रहे। घायलों में विपिन ने 100 नंबर पर मदद मांगी। कंट्रोल रूम से कार्यवाहक एसओ के सीयूजी पर कॉल पहुंची तो यूपीडा की एंबुलेंस से सभी को लखनऊ आलमबाग बस स्टॉप पहुंचाया, जहां से सभी गंतव्य को चले गए।