जांच के दायरे में 200 दिव्यांग शिक्षक, विभाग में खलबली
जागरण संवाददाता उन्नाव बीएड व डीएलएड की फर्जी डिग्री मामले की जांच कर रही एसटीएफ व एसआइटी ने अब बेसिक शिक्षा में दिव्यांग श्रेणी के तहत हुई नियुक्तियों को जांच घेरे में लिया है। इसमें दिव्यांगता की श्रेणी और उससे जुड़े प्रमाणपत्र की वैधता की जांच होगी। जिला मुख्यालय ने स्कूलवार जानकारी जुटाने के बाद करीब 200 शिक्षकों की सूची बेसिक शिक्षा परिषद को भेजी है। इससे महकमे में खलबली है। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में अनामिका प्रकरण के बाद फर्जीवाड़े का राजफाश करने में जुटी जांच एजेंसियों ने बीते दिनों दिव्यांग शिक्षकों की सूची को तलब किया है। यहां पर संदेह है कि कई शिक्षकों ने फर्जी तरीके से दिव्यांगता का प्रमाणपत्र बनवा नियुक्ति में अपना रास्ता साफ किया है। दिव्यांगता की श्रेणी व मानकों के आधार पर ऐसे शिक्षकों का पर्दाफाश किया जाएगा। बीएसए प्रदीप कुमार पांडेय के अनुसार दिव्यांग शिक्षकों के प्रपत्रों की जांच को लेकर हर ब्लाक से जानकारी मांगी गई थी।
जागरण संवाददाता, उन्नाव: बीएड व डीएलएड की फर्जी डिग्री मामले की जांच कर रही एसटीएफ व एसआइटी ने अब बेसिक शिक्षा में दिव्यांग श्रेणी के तहत हुई नियुक्तियों को जांच घेरे में लिया है। इसमें दिव्यांगता की श्रेणी और उससे जुड़े प्रमाणपत्र की वैधता की जांच होगी। जिला मुख्यालय ने स्कूलवार जानकारी जुटाने के बाद करीब 200 शिक्षकों की सूची बेसिक शिक्षा परिषद को भेजी है। इससे महकमे
में खलबली है।
कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में अनामिका प्रकरण के बाद फर्जीवाड़े का राजफाश करने में जुटी जांच एजेंसियों ने बीते दिनों
दिव्यांग शिक्षकों की सूची को तलब किया है। यहां पर संदेह है कि कई शिक्षकों ने फर्जी तरीके से दिव्यांगता का प्रमाणपत्र बनवा नियुक्ति
में अपना रास्ता साफ किया है। दिव्यांगता की श्रेणी व मानकों के आधार पर ऐसे शिक्षकों का पर्दाफाश किया जाएगा। बीएसए प्रदीप कुमार पांडेय के अनुसार दिव्यांग शिक्षकों के प्रपत्रों की जांच को लेकर हर ब्लाक से जानकारी मांगी गई थी। जिला स्तर पर गठित प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने भी प्रपत्रों का सत्यापन किया है। परिषद से मांगी जाने वाली जानकारियों को लेकर समय पर कार्यवाही की जा रही है। जिले से दिव्यांग शिक्षकों के नामों की सूची भेजी जा चुकी है। इनके प्रपत्रों की जांच होनी है। शिक्षाधिकारियों का कहना है कि सुमेरपुर, सिकंदरपुर कर्ण, सिकंदपुर सरोसी, बिछिया, नवाबगंज आदि ब्लाकों से मिली सूची के आधार पर शिक्षकों की संख्या करीब 200 है। शासन स्तर कार्रवाई होगी।