पराली जलाने वाले 15 किसान भरेंगे आर्थिक दंड
एनजीटी के आदेशों की अनदेखी पर जनपद में अब तक 2
जागरण संवाददाता, उन्नाव : एनजीटी के आदेशों की अनदेखी पर जनपद में अब तक 28 किसानों पर आर्थिक दंड लगाया जा चुका है। इन किसानों ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण की लाख मनाही के बाद भी अपने फसल अवशेषों को जलाकर वायु प्रदूषण में वृद्धि की है। फसल जलाकर पकड़े गए किसानों पर न्यूनतम दो हजार रुपये तो अधिकतम 15 हजार रुपये का आर्थिक दंड लगाया जा चुका है। मंगलवार को समाधान दिवस में उपकृषि निदेशक ने रंगे हाथों 15 किसानों को फसल अवशेष जलाते हुए पकड़ा। जिन पर कार्रवाई के लिए तैयारी हो चुकी है।
चालू वर्ष में वायु प्रदूषण को लेकर पूरे देश में हल्ला मचा है। प्रदूषण नियंत्रण और मापक विभागों ने बार-बार यह चेतावनी जारी की है कि यदि हवा को दूषित नहीं करना है तो किसी भी प्रकार का कूड़ा, फसल अवशेष जलाने के अलावा आतिशबाजी आदि न करें। जिला प्रशासन को भी एनजीटी के इन मानकों को बनाए रखने का जिम्मेदार बनाया गया है। धान की फसल तैयार होते ही प्रशासन ने कृषि विभाग के माध्यम से जिले के किसानों को सूचित कर रखा है कि कोई भी किसान पराली आदि न जलाएं। जहां प्रशासन के इन आदेशों की आवाज नहीं पहुंची है। वहां किसान अब भी फसल अवशेष जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। बांगरमऊ में सम्पूर्ण समाधान दिवस के दिन कुल 15 किसान पाए गए, जिन्होंने खेतों अवशेष फसलें जलाईं। इनमें शेर सिंह, नरेन्द्र सिंह, देवशंकर, वीरेन्द्र सिंह, पुतान सिंह, अनूप कुमार, मन्ना, शिवपाल, नरेन्द्र और सुरेश आदि पर आर्थिक दंड लगाया गया है।