परिवार की मंगल कामना के साथ शुरू हुई 14 कोसी परिक्रमा
संवाद सूत्र परियर फाल्गुन माह की एकादशी से तीन दिवसीय 14 कोसी पैदल परिक्रमा की शुरुआत प
संवाद सूत्र, परियर : फाल्गुन माह की एकादशी से तीन दिवसीय 14 कोसी पैदल परिक्रमा की शुरुआत परियर स्थित जानकी कुंड वाल्मीकि आश्रम से पूजा अर्चना के बाद मंगलवार की सुबह से प्रारंभ हो गई। इस मेले का समापन तीसरे दिन पौराणिक स्थल बिठूर में होगा।
जानकी कुंड की पैदल परिक्रमा करने के बाद श्रद्धालुओं ने स्थानीय मंदिर भिम्मेश्वर, बलखंडेश्वर में जाकर पूजा अर्चना की। इससे मंदिरों में काफी भीड़ देखने को मिली। इसके बाद हाथों में बांस की छड़ी लेकर पैदल भजन कीर्तन गाते हुए हजारों श्रद्धालुओं के जत्थे पौराणिक स्थल बिठूर की ओर 14 कोसी परिक्रमा करने निकल पड़े। श्रद्धालुओं का मानना है कि माता सीता ने यहां बनवास के बाद भी उन्होंने अपने बच्चों का पालन पोषण किया। दोनों पुत्र युद्ध कौशल में इतने निपुण हुए कि उनके आगे अयोध्या की सेना को भी घुटने टेकने पड़े। इसी मान्यता के चलते लोग परिवार की मंगल कामना के लिए यहां से बांस की छड़ी लेकर जाते हैं। छड़ी की अपने घरों में पूजा अर्चना करते हैं। इस परिक्रमा को बिना किसी व्यवधान व कोरोना प्रोटोकॉल में कराने के लिए पुलिस बल मौजूद रहा। 14 कोसी यात्रा में महिलाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।