आत्मरक्षा के गुर के साथ महिलाओं को बताए अधिकार
जिले में कई जगह मिशन शक्ति के तहत कार्यक्रम आयोजित हुए। डीएम रवीश गुप्ता व एसपी शिवहरि मीणा ने संबोधित किया।
सुलतानपुर : मिशन शक्ति के तहत जिले भर में कई जगहों पर आयोजित कार्यक्रमों में महिलाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देने के साथ-साथ उनके अधिकारों की जानकारी दी गई। डीएम और एसपी ने निडर होकर महिलाओं में हर परिस्थिति से निपटने का जोश पैदा किया और शासन की तरफ से चलाई जा रही योजनाओं को जानने और उनका लाभ उठाने के लिए भी जागरूक किया।
लम्भुआ कस्बे में आयोजित में गोष्ठी में डीएम रवीश कुमार गुप्ता और एसपी शिवहरि मीणा ने महिलाओं को संबोधित किया। एसपी ने कहा कि सभी थानों में महिला हेल्प डेस्क व आगन्तुक कक्ष की स्थापना कर 24 घंटे महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है। सभी थानों में एंटी रोमियो स्क्वाड काम कर रही हैं। साथ ही हॉट-स्पॉट पर निरंतर पेट्रोलिग की जा रही है।
आत्मरक्षा के गुर सिखाए : केएनआइ में नोडल अधिकारी एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रवीण कुमार सिंह के नेतृत्व में चल रहे मिशन शक्ति कार्यक्रम में मंगलवार को कोच वात्सल्य रंजन सिंह द्वारा छात्राओं को सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण दिया गया। विधि विज्ञान की सहायक प्रोफेसर नब्रस मेंहदी जैदी द्वारा इक्वलिटी क्लैम, आर्टिकल 14, लीगल आस्पेक्ट्स एवमं उनके तरीकों की जानकारी दी गई। वूमन सेल की सदस्य डॉ सुनीता राय ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
महिला शक्ति पर की चर्चा : शहर के केश कुमारी राजकीय बालिका इंटर कालेज में मिशन शक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें पुष्टाहार, बेसिक शिक्षा विभाग व शिक्षिकाओं तथा छात्राओं ने प्रतिभाग किया। नारी सशक्तीकरण के गीत तथा नुक्कड़ नाटकों का भी मंचन किया गया। मुख्य अतिथि सीडीओ अतुल वक्त ने अपने जीवन में आदर्श के रूप में अपनी मां को सर्वोच्च स्थान देकर महिला शक्ति की महिमा को विस्तार में बताया। एएसपी शिवराज ने 1090, 112 आदि आपात नंबरों के उपयोग तथा साइबर क्राइम से होने वाली अपराध की जानकारी दी।
गोष्ठी आयोजित : मर्यादी इंटर कालेज बरौंसा में मिशन शक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत छात्र-छात्राओं के बीच पुलिस हमारी मित्र कैसे? विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया। प्रतियोगिता में अनारकली युग निर्माण विद्या मंदिर दियरा की छात्रा साक्षी दूबे 26 अंक प्राप्त पहले स्थान पर रहीं। कार्यक्रम राजकीय हाईस्कूल पीढ़ी के प्रधानाचार्य लाल मणि दूबे के संयोजन में हुआ।