मवेशी खा रहे सड़कों पर फैला कचरा
एनजीटी के निर्देशों का पालन नहीं हो रहा।नगर पालिका की कूड़ा उठान व्यवस्था भी फेल हुई।
सुलतानपुर : शहर की साफ-सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। नगर पालिका में कचरा उठान से लेकर इसके प्रबंधन के तौर-तरीके बेपटरी हैं। हालात यह हैं कि हर मुख्य सड़क पर कूडे़ का ढेर लगा हुआ है। मवेशी इस ढेर में खाने की तलाश करते हैं, जिन्हें आश्रय स्थल तक नहीं पहुंचाया जा सका है।
गुरुवार सुबह शहर के दरियापुर रोड पर दो स्थानों पर कूडे़ का ढेर लगा रह, जिसमें मवेशी विचरण कर रहे थे। कचरा आधी सड़क तक फैला हुआ था। शहर के मध्य से गुजर रहे अयोध्या-प्रयागराज मार्ग पर जमाल गेट के सामने, कलेक्ट्रेट के पास, बस स्टेशन के पास, सब्जी मंडी, महिला थाना और गभड़िया ढलान पर एसपी आवास के निकट कचरे के ढेर लगे हुए हैं। इसकी उठान दोपहर तक और कुछ जगहों पर एक-दो दिन बाद होती है। ऐसे में सुबह टहलने के लिए निकले लोगों और राहगीरों को दिन की शुरुआत गंदगी और दुर्गंध के साथ करनी पड़ रही है।
संसाधनों का नहीं हो रहा सदुपयोग :
शहरी स्वच्छता मिशन के तहत तकरीबन दो वर्ष से राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण एनजीटी के दिशा-निर्देश में कचरा एकत्रित करने और इससे खाद निर्माण की प्रक्रिया अब तक अधूरी है। गीला और सूखा कचरा घर-घर से उठाने और इसे सीधे डंपिग स्थल पहुंचाए जाने की व्यवस्था भी नहीं हो सकी है, जबकि इसके लिए नगर परिषद प्रशासन ने 14 नए मिनी ट्रक और दर्जनों ठेले खरीदे हैं।
मवेशियों की नहीं हुई धरपकड़ :
बेसहारा मवेशियों को आश्रय स्थल नहीं पहुंचाया जा सका है। नगर पालिका की फाइलों में सिर्फ 70-80 मवेशी छुट्टा दिखाए गए हैं, जबकि एक ही मोहल्ले में दर्जनों की संख्या में मवेशी घूमते रहते हैं।
जिला प्रबंधक शहरी स्वच्छता मिशन साधना सिंह ने बताया कि कई वार्डों में कचरा घर-घर से लेने की व्यवस्था लागू है। शहर की संकरी गलियों वाले इलाकों में वाहन नहीं पहुंच पाने से कचरा कुछ देर के लिए सड़क पर रख दिया जाता है। इसके बाद इन्हें डंपिंग ग्राउंड पर भेजने की व्यवस्था की जाती है।