टोल प्लाजा पर तीन लेन की जगह एक से ही चलाया जा रहा काम
फास्ट टैग मशीन खराब। प्रतिदिन जाम लगता है। वाहन चालकों को परेशानी उठानी पड़ रही।
सुलतानपुर : राष्ट्रीय राजमार्गों पर सुविधाजनक यात्रा के दावों पर टोल बूथ संचालक ही बाधा बन रहे हैं। टांडा-बांदा हाईवे पर भीखूपुर में टोल प्लाजा पर अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। निर्धारित तीन लेन की जगह एक से ही काम चलाया जा रहा है, जिससे यहां जाम लगना आम बात है। वहीं, फास्ट टैग मशीन खराब होने से वाहन संचालकों को मुश्किलें हो रही हैं।
19 दिसंबर 2019 को भीखूपुर पर टोला प्लाजा शुरू हुआ। यहां पर कुल छह लेन में आने-जाने की व्यवस्था है। एक से कैश वाले, दूसरे से फास्ट टैग व तीसरे से वीआइपी व पास वाले वाहन आते जाते हैं। लेकिन, तीनों लेन में से केवल एक ही लेन काम कर रही है। एकाउंटेंट रोहित ने बताया गया कि फास्ट टैग मशीन खराब हो चुकी है। इसलिए कैश वाले ही लाइन से सारी गाड़ियों को पास किया जा रहा है । बाइक निकलने वाले स्थान पर पत्थर रखकर के रास्ते को संकरा किया गया है। बताया गया कि चारपहिया वाहनों को इस रास्ते से निकलने के चलते ऐसा किया गया है। कर्मचारियों ने बताया कि सैकड़ों गाड़ियां बगल नहर की पटरी से टोल टैक्स से बचने के लिए निकल जाती हैं।
प्रतिदिन लगता है जाम :
टोल प्लाजा पर ट्रक चालक यासीन, रामजी व आफताब ने बताया कि फास्ट टैग लगाने के बाद भी जाम का सामना यहां पर करना पड़ रहा है। उनका कहना था कि जब भी वे इस रास्ते से गुजरते हैं, टोल बूथ पार करने में आधे घंटे का समय लग जाता है। केवल एक ही तरफ से गाड़ियों के आवागमन से यह दिक्कतें हैं ।
प्राथमिक उपचार की भी व्यवस्था नहीं :
टोल प्लाजा पर प्राथमिक उपचार की कोई व्यवस्था नहीं है। दुर्घटना की स्थिति में चोटिल को स्वास्थ्य केंद्र ले जाने के अलावा कोई चारा नहीं है। एक साल बीतने के बाद भी यहां पर कोई सुविधा देखने को नहीं मिल रही है। मौके पर एंबुलेंस भी नहीं दिखी।