छब्बीस गांवों में नहीं हैं मिनी सचिवालय
संवादसूत्र, बल्दीराय (सुलतानपुर) : मिनी सचिवालय के जरिए गांवों में योजनाओं को गति देने की मं
संवादसूत्र, बल्दीराय (सुलतानपुर) : मिनी सचिवालय के जरिए गांवों में योजनाओं को गति देने की मंशा फलीभूत नहीं हो पा रही है। क्षेत्र के छब्बीस ग्राम पंचायतें ऐसी हैं, जहां पंचायत भवन तक नहीं हैं। जबकि पंचायत सिक्रेटरी व राजस्व कर्मियों को निर्देश हैं कि वे जगह निश्चित कर ग्रामीणों से मिलने का कार्यक्रम बनाएं। जिससे उनकी समस्याओं का निराकरण हो सके। पर, यह कागजों पर ही सिमट कर रह गया है।
65 ग्राम पंचायतों वाले बल्दीराय विकास खंड के छब्बीस ग्राम पंचायत पंचायत भवन विहीन हैं। जबकि सरकार पंचायत भवनों को मिनी सचिवालय का दर्जा प्राप्त है। बावजूद इसके कस्बामाफियात, चककारी भीट, अशरकपुर, मोहम्मदपुर काजी, भवानीपुर, चकशिवपुर, सैनी, काकरकोला, पिपरी, गौरापरानी, डोभियारा, मेघमऊ, हसुई मकुंदपुर, भवानी गढ, चकमूसी, आलामऊ, पटैला, महुली, भखरी, दखिनगांव, मिझुटी, अतानगर, दुर्गापुर, दौनौ, जगदीशपुर व बघौना ग्राम पंचायतों में पंचायत का भवन नहीं बन सका है। इन ग्राम पंचायतों की खुली बैठक आसमान के नीचे होती है। ग्राम पंयायतों से संबंधित अभिलेख प्रधान के घर या फिर पंचयात अधिकारी अपने साथ लेकर चलते है। ग्रामीणों के सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि पंचायत भवन न होने से राजस्व व विकास कर्मियों के मिलने का स्थान तय नही। लिहाजा, अधिकतर ग्रामीण अपनी समस्याओं का निस्तारण नहीं करा पाते। उधर, एडीओ पंचायत वीरेंद्र कुमार तिवारी कहते हैं कि जिन पंचायत भवन विहीन गांवों में जमीन चिन्हित कर विभागीय लिखापढ़ी की गई है। जल्द ही आगे की कार्यवाही की जाएगी।