कर्मियों व प्रशासन के द्वंद्व में सूख रहा किसानों का गन्ना
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सुलतानपुर : किसान सहकारी चीनी मिल के कर्मचारियों ने बकाया वेतन भुगतान को लेकर तीसरे दिन शुक्रवार को भी हड़ताल जारी रखा। अधिकारियों के काफी मान मनौव्वल के बाद भी कर्मी अपनी मांगों पर अड़े रहे। कर्मियों व मिल प्रशासन के द्वंद्व में यार्ड के अंदर ट्रैक्टर ट्रालियों पर लदी करीब नौ हजार क्विंटल गन्ने की फसल सूख रही है। जिसकी सुधि लेने वाला कोई नही है। जनपद के गन्ना किसानों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। अबकी सत्र में पेराई कार्य विलंब से शुरू होने के चलते अधिकांश किसानों ने अपनी गन्ने की फसल को औने पौने दामों में क्रेशरों को बेच दिया। मिल चलने के बाद किसानों को पहले पर्ची की समस्या जूझना पड़ा और अब उन्हें मिल प्रशासन व कर्मचारियों के बीच हो रही रस्सा कशी का सामना करना पड़ रहा है। 18 माह के बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर मिल के कर्मचारियों ने तीसरे दिन भी पेराई कार्य बाधित रखते हुए हड़ताल जारी रखा। डॉ.आर. सी. पाठक, मुख्य गन्ना विकास सलाहकार लखनऊ, एसडीएम सदर रामजी लाल, जिला गन्ना अधिकारी अशर्फीलाल, जीएम के.पी. शुक्ल ने प्रदर्शन स्थल पर जाकर अप्रैल माह में भुगतान हो जाने का आश्वासन देते हुए हड़ताल समाप्त करने की बात कही। जिस पर कर्मचारियों ने मई माह के एडवांस चेक के साथ ही एमडी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़ गए। जिसके चलते शुक्रवार को भी कोई नतीजा नही निकल सका।पेराई व तौल बाधित होने की वजह से गन्ना लेकर मिल पहुंचे किसान अपनी फसल को लेकर परेशान हैं। जिला गन्ना अधिकारी अशर्फीलाल ने बताया कि शासन को गन्ने के डायवर्जन के लिए पत्र लिखा जाएगा। किसानों को निराश होने की जरूरत नहीं है। शकील अहमद, अवधेश कुमार, श्याम बहादुर सिंह, जुगल किशोर यादव, मो. लकी, बलिराम, कौसर अली, कपिल, रामभवन आदि कर्मी मौजूद रहे।