बगैर मानदेय नर्सों को नौकरी से निकाला, प्रदर्शन
??????????, ????????? : ???? ??????? ??? ??????????? ???????? ?? ??? ?????? ?? ????? 34 ????? ?????? ?? ?????? ?? ????? ???? ???? ???? ???? ???? ?? ?? ???? ??????? ?? ????? ???? ???? ??? ?? ?????? ???? ???? ?? ??? ?????? ?? ????? ?????? ????? ?? ????? ???? ????
सुलतानपुर : जिला अस्पताल में आउटसोर्सिंग व्यवस्था के तहत संविदा पर तैनात 34 स्टाफ नर्सों ने सीएमएस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि सेवा विस्तार का हवाला देकर पांच माह तक नियमित सेवा लेने के बाद सोमवार को अचानक उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया। इस अवधि का मानदेय भी उनको नहीं दिया गया है। जिससे वे कर्ज में डूब गई हैं और परिवार के भरण-पोषण का संकट खड़ा हो गया है। पीड़ित नर्सों ने मंगलवार को डीएम विवेक से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई। उन्होंने विरोध प्रदर्शन भी किया।
मार्च 2018 से जिला अस्पताल में लखनऊ की फर्म अवनी परिधि एनर्जी एंड कम्यूनिकेशन की 34 उपचारिकाएं तैनात हैं। सितंबर में इनका छह माह का अनुबंध खत्म हो गया था। जिला अधिकारी कार्यालय पहुंची रचना ¨सह, वंदना राय, तराना खातून, प्रीती भारद्वाज, कविता देवी, श्रद्धा त्रिपाठी, साधना रानी, जेहरा जबीं, पूनम गुप्ता व ज्योति यादव का कहना था कि संविदा अवधि समाप्त होने के बाद सीएमएस डॉ. वीबी ¨सह ने मौखिक तौर पर निर्देशित किया था कि अनुबंध का नवीनीकरण कर दिया गया है। डीएम ने जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को तलब कर पूछताछ की और शीघ्र निस्तारण का निर्देश दिया।
महानिदेशक (स्वास्थ्य सेवाएं) ने जिला अस्पताल में 19 व मिनी ट्रामा सेंटर में चार नियमित उपचारिकाओं की तैनाती कर दी है। जिनमें से 18 ने ड्यूटी ज्वाइन कर ली है। इस वजह से आउटसोर्सिंग के तहत कार्यरत उपचारिकाओं का संविदा विस्तार समाप्त करने की संस्तुति की गई है। उन्हें मानदेय देने के लिए स्वास्थ्य निदेशालय से बजट की मांग की गई है।
डॉ. वीबी ¨सह, सीएमएस जिला अस्पताल।