रुबैला में लक्ष्य से तीन ब्लाकों का कदमताल
??????????, ????????? : 26 ????? ?? ???? ??? ????-?????? ??????? ?????? ?? ?????? ???? ?? ?????? ?? ???? ??? ????? ?? ?? ???? ?? ??? ??????? ?? ???????? ????? ???????? ???? ??? ??????, ?????? ? ??????? ?????????? ??? 95 ???? ?????? ??? ???? ???? ?? ???? ???? ????????? ????? ?????? ?????? ??? ??????? ???
सुलतानपुर : 26 नवंबर से जिले में खसरा-रुबैला टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई। जो लक्ष्य तय किया गया उसमें अब तक जिले के तीन ब्लाकों के प्रदर्शन बेहतर प्रदर्शन का दावा स्वास्थ्य विभाग ने किया है। भदैंया, लम्भुआ व दूबेपुर विकासखंडों में 95 फीसद बच्चों को टीके लगाए जा चुके हैं। प्रतापपुर कमैचा लक्ष्य पूर्ति में फिसड्डी है।
घातक संक्रामक रोग खसरा-रूबैला से बच्चों को बचाने के लिए विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। भारत सरकार की इस मुहिम के तहत नौ से 15 वर्ष आयुवर्ग के नौ लाख 44 हजार 183 बच्चों को टीके लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। पहले सत्र में जनपद के 3749 स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का टीकाकरण किया गया था। दूसरे सत्र में बच्चों की संख्या के हिसाब से विकास खंडवार लक्ष्य तय किया गया है। दूबेपुर में सर्वाधिक 90142 बच्चे हैं। जबकि मोतिगरपुर ब्लाक में बच्चों की संख्या 44509 है, जो सबसे कम है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. आनंद किशोर ने बताया कि सोमवार तक दूबेपुर में 85487 बच्चों को एमआर टीका लगाया जा चुका था। भदैंया में 60671 के सापेक्ष 57796 और लम्भुआ में 68336 में से 64957 बच्चों का टीकाकरण हो गया है। पीपी कमैचा का प्रदर्शन निराशाजनक है, वहां पर अभी सिर्फ 82 प्रतिशत लक्ष्य पूर्ति हुई है। अखंडनगर, कूरेभार व शहर क्षेत्र भी लक्ष्य से दूर हैं। भदैंया ब्लाक के अभियाखुर्द निवासी हनुमान पांडेय व हनुमानगंज के अनूप ने खसरा-रूबैला अभियान की सराहना करते हुए बताया कि उनके बच्चों क्रमश: हरिओम, सौम्या व रौनक को माहभर पूर्व टीका लगाया गया था। अहिमाने निवासी सुनीता व कंचन ने कहा कि उनके बच्चों शिक्षा, साक्षी व लता का स्कूल में टीकाकरण हुआ था।