सुलतानपुर, संवाद सूत्र। घर से बहन की डोली उठने के ठीक एक दिन पहले भाई की अर्थी उठी। किसी तरह दिल पर पत्थर रखकर परिवारजन ने बेटी की शादी की रस्में पूरी की ही थी कि एक और बुरी खबर आ गई। अब इस घर की बहू भी हमेशा हमेशा के लिए जुदा हो गई। दुखों का पहाड़ हनुमान सिंह पर टूट पड़ा। जो भी इस खबर के बारे में सुन रहा है, वह गहरा अफसोस जता रहा है। हर कोई कह रहा कि भगवान ऐसा दिन किसी को न दिखाएं।
बीते गुरुवार को बंधुआकला के दादुपुर निवासी हनुमान सिंह के पुत्र सत्य प्रकाश पत्नी नेहा को चिकित्सक को दिखाने जिला मुख्यालय आए थे। लौटते समय कोतवाली नगर के अमहट चौराहे के पास ट्रक की टक्कर से दोनों घायल हो गए थे। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान सत्य प्रकाश की उसी रात मौत हो गई। जबकि सात माह की गर्भवती नेहा को बेहतर इलाज के लिए लखनऊ रेफर कर दिया गया था।
शुक्रवार को पिता ने बेटे को मुखाग्नि दी और शनिवार को किसी तरह मंदिर में बेटी स्वाती की शादी की रस्म पूरी की। इधर बेटी की विदाई हुई ही थी कि रविवार को बहू की भी मौत हो गई। बताया ता रहा है कि तीन वर्ष पूर्व ही नेहा का विवाह सत्य प्रकाश के साथ हुआ था। एक हादसे ने इस परिवार की सारी खुशियां तबाह कर दी। इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है कि स्वाती मायके से विदा होकर सुसराल पहुंची ही थी कि भाभी की भी मौत की मनहूस खबर उसे मिली। परिवार में मातम छाया है और पूरे इलाके में शोक की लहर है।