समाज और राष्ट्र को समृद्धिशाली बनाने में जुटें युवा :मुक्तिनाथानंद
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संवादसूत्र, सुलतानपुर : समाज और राष्ट्र को समृद्धिशाली बनाने के लिए युवाओं को बलशाली बनना होगा। बलशाली युवा समाज और राष्ट्र को समृद्धिशाली बनाने में जुट जाएं। ये कहना है रामकृष्ण मिशन के यूपी-उत्तराखंड प्रभारी स्वामी मुक्तिनाथानंद का। वे रविवार को कमला नेहरू प्रौद्योगिकी संस्थान में शिकागो धर्मसंसद में स्वामी विवेकानंद के भाषण की 125वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित युवा सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। केएनआईटी के सीएसए हॉल में आयोजित सम्मेलन में स्वामी विवेकानंद के अनुयाई सन्यासियों का जमावड़ा हुआ। बतौर मुख्य वक्ता स्वामी मुक्तिनाथानंद ने विवेकानंद के व्यक्तित्व एवं राष्ट्रनिर्माण में किए गए उनके योगदान पर व्यापक चर्चा की। कहा कि किसी भी राष्ट्र की उन्नति में नवजवानों का बलिशाली होना महत्वपूर्ण होता है। युवाओं के आध्यात्मिक, मानसिक एवं शारीरिक विकास पर देश का विकास निर्भर करता है। उन्होंने युवा शक्ति का आह्वान किया, कहा कि स्वामी विवेकानंद भी यही चाहते थे। विश्व में भारत की गलत पहचान को बदलकर उन्होंने सनातन धर्म का पुनर्जीवित कर भारतीय संस्कृति के गौरव को बढ़ाया। रांची से आए स्वामी भवेशानंद ने सर्वधर्म संभाव की सीख दी। स्वामी एकतत्वानंद सजल भौमिक आदि ने भी सम्मेलन को संबोधित किया। विवेकानंद युवा संघ के संयोजक विवेक शर्मा ने स्वामी के विचारों पर प्रकाश डाला। केएनआई के ¨हदी विभागाध्यक्ष डॉ.राधेश्याम ¨सह, सामाजिक कार्यकर्ता करतार केशव व ओमप्रकाश पांडेय को मुक्तिनाथानंद ने उपहार स्वरूप पौधा भेंट किया। इस अवसर पर डॉ.हीरा ¨सह, पूर्व प्राचार्य रमाशंकर पांडेय आदि भी मौजूद रहे।