Move to Jagran APP

सामुदायिक इज्जतघरों में लटक रहा ताला, नहीं हो पा रहा सदुपयोग

भदैंया विकास खंड में करोमी विकवाजितपुर सलालपुर हनुमानगंज भरथीपुर रुदौली सहित ढाई दर्जन से अधिक गांव में शौचालय बन गए हैं पर ग्रामीण इसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 28 Sep 2021 11:44 PM (IST)Updated: Tue, 28 Sep 2021 11:45 PM (IST)
सामुदायिक इज्जतघरों में लटक रहा ताला, नहीं हो पा रहा सदुपयोग
सामुदायिक इज्जतघरों में लटक रहा ताला, नहीं हो पा रहा सदुपयोग

सुलतानपुर : निजी शौचालयों से वंचित व ग्राम पंचायतों में आने वाले लोगों के लिए सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया गया है। जरूरत पड़ने पर वह इसका सदुपयोग कर सकें, इस बाबत पूरी सुविधा बिजली, पानी आदि की उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। इनके संचालन के लिए केयर टेकर के रूप में राष्ट्रीय आजीविका मिशन समूह की महिलाओं को जिम्मेदारी दी गई।

loksabha election banner

लेकिन सच्चाई यह है कि अधिकतर सामुदायिक शौचालयों में ताला लटक रहा है। इसका उपयोग लोग नहीं कर पा रहे हैं। वहीं अधिकारी कुछ जगहों पर विवाद की बात बता जिम्मेदारी से बचने की कोशिश कर रहे हैं।

भदैंया विकास खंड में करोमी, विकवाजितपुर, सलालपुर, हनुमानगंज, भरथीपुर, रुदौली सहित ढाई दर्जन से अधिक गांव में शौचालय बन गए हैं, पर ग्रामीण इसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। रूदौली में बने शौचालय की भूमि को लेकर विवाद बताया जा रहा है। हनुमानगंज के प्रधान सूरज सिंह कहते हैं कि समूह की जिस महिला को जिम्मेदारी दी गई है, वह अक्सर ताला बंद कर नदारद रहती है। दोस्तपुर के बढ़ौली, धनऊपुर, कोहड़ा आदि ग्राम पंचायतों का भी यही हाल है। तदीपुर की प्रधान अनूपा चौहान की जगह उनके पति सफाई देते हैं कि सिर्फ सुबह-शाम खोला जाता है। लेकिन ऐसा नहीं होता है। धनपतगंज में पिपरी सांईनाथपुर में बना इज्जतघर ऐसे स्थान पर बनाया गया है, जहां बारिश होने के बाद जलभराव हो गया है। अखंडनगर में बेलवाई माधवपुर, बछेड़िया सहित कई ग्राम सभाओं में सामुदायिक इज्जतघरों का निर्माण पूरा होने के बाद भी निष्प्रयोज्य की श्रेणी में हैं। दूबेपुर विकास खंड की सबसे बड़ी ग्राम सभा हसनपुर की भी स्थिति ऐसी ही है।

छह हजार प्रतिमाह पारश्रमिक : 979 ग्राम पंचायतों में से 978 में समूह की महिलाओं का सामुदायिक शौचालयों की निगरानी के लिए चयन हुआ, जिनको प्रतिमाह छह हजार रुपये पारश्रमिक के रूप में दिए जाने का प्रावधान है। इसमें से 892 का आवंटन हो गया है। लेकिन अधिकारियों का कहना है कि सौ से अधिक इज्जतघर ऐसे हैं, जहां पर केयर टेकर को लेकर विवाद हो गया है। खंड विकास कार्यालयों व जिला मुख्यालय पर आई शिकायतों को एकत्र कर निस्तारण की प्रक्रिया शुरू की गई है।

वर्जन -

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मंगलवार को बैठक हुई। इसमें सीडीओ व डीसी एनआरएलएम उपस्थित रहे। शिकायतों के निस्तारण के संबंध में चर्चा हुई। डीएम के निर्देश पर अब शौचालयों के संचालन से संबंधित सभी शिकायतों को जल्द निस्तारित किया जाएगा।

आरके भारती, डीपीआरओ


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.