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पीएम आवास योजना में प्रधान ने लिए 40-40 हजार, कैसे पड़े छत

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By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Nov 2018 10:54 PM (IST)Updated: Fri, 09 Nov 2018 10:54 PM (IST)
पीएम आवास योजना में प्रधान ने लिए 40-40 हजार, कैसे पड़े छत
पीएम आवास योजना में प्रधान ने लिए 40-40 हजार, कैसे पड़े छत

सुलतानपुर : सातनपुर में प्रधान व पंचायत सचिव की मिलीभगत से कमीशन लेकर प्रधानमंत्री आवास आवंटित करने का मामला सामने आया है। कमीशनबाजी में इतनी ज्यादा रकम ले ली गई कि लाभार्थी दीवार तो खड़ी कर लिए, लेकिन छत डालने के लिए अब उनके पास पैसे नहीं हैं। आरोप है कि पीएम आवास योजना दिलाने के नाम पर प्रधान ने एक-एक व्यक्ति से 40-40 हजार रुपये की वसूली की। मजबूरन इसका राजफाश करने के लिए लाभार्थियों ने जिलाधिकारी से गुहार लगाई है। ताकि उनकी छत पड़ सके।

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वहीं इस सनसनीखेज शिकायत के बाद डीएम ने दो सदस्यीय टीम गठित कर जांच का निर्देश दिया है। लाभार्थियों की इस शिकायत से गांवों में आवास योजना की असलियत तथा केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में भ्रष्टाचार का जिन्न भी बाहर निकला है। सातनपुर गांव के रामकेवल पुत्र वैरागी को प्रधानमंत्री आवास मिला है। उन्होंने सशपथ जिलाधिकारी को 5/10/18 को शिकायत की है कि पहली किस्त में चालीस हजार में बीस हजार तथा दूसरी किस्त में 70 में से बीस हजार प्रधान ने ले लिए हैं। अब तीसरी किस्त दस हजार मिलने पर आवास पर छत डालना मुनासिब नहीं है। गांव के ही तुलसीराम पुत्र जयकरन ने भी जिलाधिकारी को सशपथ शिकायत में आवास आवंटन से पहले पांच हजार सुविधा शुल्क तथा पहली किस्त चालीस में से दस, दूसरी किस्त सत्तर में से दस व तीसरी किस्त दस में से दो हजार सहित कुल सत्ताइस हजार प्रधान भंडोलीराम द्वारा घूस लेने का आरोप लगाया गया है। यही नहीं गांव के शैलेंद्र प्रताप पुत्र हौसिला प्रसाद ने सशपथ जिलाधिकारी से शिकायत कर ग्राम प्रधान भंडोली व पंचायत सचिव पर कमीशनबाजी व धन की बंदरबाट का आरोप लगाया है।

जिलाधिकारी ने शिकायत मिलते ही आवास में आरोपों को गंभीरता से लिया और इसकी जांच मुख्य विकास अधिकारी (ग्राम्य विकास) और जिला पंचायत राज अधिकारी को सौंपी है, जो खंड विकास अधिकारी भदैंया अंजली सरोज व पंचायत अधिकारी से मामले में रिपोर्ट तलब की।खंड विकास अधिकारी ने जताई अनभिज्ञता इस बावत खंड विकास अधिकारी भदैंया अंजली सरोज ने बताया कि हमें शिकायत व जांच संबंधी कोई कागजात नहीं मिला है। मिलने पर उसकी जांच की जाएगी। मामला सही पाए जाने पर कार्रवाई भी होगी।


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