बंद हुई यात्रियों की स्क्रीनिग, खुद करें संक्रमण से सुरक्षा
बीती 25 अक्टूबर से जंक्शन पर अप और डाउन की 24 ट्रेनों का संचालन हो रहा है। हावड़ा से जम्मूतवी जोधपुर दिल्ली आदि की लंबी दूरी की इन ट्रेनों से तकरीबन एक हजार यात्रियों की प्रतिदिन आवाजाही होती है।
गोपाल पांडेय, सुलतानपुर
रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों और यात्रियों की संख्या बढ़ने के बावजूद प्लेटफार्म पर आने वालों की थर्मल स्क्रीनिग बंद कर दी गई हैं। ट्रेनों का संचालन शुरू होने के बाद संक्रमण से बचाव के लिए जिला प्रशासन की ओर स्वास्थ्य विभाग की टीम लगाई थी। अब वहां से स्वास्थ्य विभाग की टीम को हटा दिया गया है। ऐसे में असुरक्षा के बीच रेल का सफर जारी है।
बीती 25 अक्टूबर से जंक्शन पर अप और डाउन की 24 ट्रेनों का संचालन हो रहा है। हावड़ा से जम्मूतवी, जोधपुर, दिल्ली आदि की लंबी दूरी की इन ट्रेनों से तकरीबन एक हजार यात्रियों की प्रतिदिन आवाजाही होती है। दूर दराज से आए लोग बेधड़क ट्रेनों में सवार होते हैं। प्रवेश द्वार पर सिर्फ इनके टिकट कंफर्म होने की जांच कर इन्हें प्लेटफार्म पर जाने दिया जाता है। एक जून को ट्रेनों का संचालन शुरू होने के बाद नियमानुसार यात्रियों को ट्रेन आगमन से आधा घंटा पहले स्टेशन आने और उनका स्वास्थ्य परीक्षण कर बुखार, खांसी या अन्य कोई परेशानी न होने पर ही परिसर में जाने की अनुमति दी जाती थी। यह सब व्यवस्थाएं अब ठप हैं। ऐसे में कोई संक्रमित यात्रा कर अन्य लोगों में संक्रमण प्रसार का सबब बन सकता है।
रेलवे महकमे की है जिम्मेदारी : रेलवे अस्पताल में अर्से से चिकित्सा अधिकारी का पद खाली है। एक संविदा चिकित्सक और फार्मसिस्ट ही यहां तैनात हैं। स्टेशन अघीक्षक बीएस मीना ने कहा कि उन्होंने परीक्षण के लिए जिला प्रशासन व सीएमओ से लिखा पढ़ी की है पर कोई सकारात्मक उत्तर नहीं मिला है। वहीं सीएमओ डॉ सीबीएन त्रिपाठी ने कहा कि उनके पास पहले ही चिकित्सकों और संसाधनों की कमी है। स्टेशन पर परीक्षण का काम रेलवे की जिम्मेदारी है।