..यहां तो बूंद-बूंद पानी को तरस रहे बच्चे
संवादसूत्र, चांदा (सुलतानपुर) : सरकार सर्व शिक्षा अभियान पर प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये खर्च कर र
संवादसूत्र, चांदा (सुलतानपुर) : सरकार सर्व शिक्षा अभियान पर प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये खर्च कर रही है। इसके बाद भी विकास खंड पीपी कमैचा के दर्जनों विद्यालयों में नौनिहाल बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। कई विद्यालय तो ऐसे हैं जहां भवन निर्माण के बाद आज तक हैंडपंप ही नहीं लगा। जबकि विद्यालय भवन निर्माण राशि के समय ही हैंडपंप लगाने के लिए करीब 32 हजार रुपये जल निगम को निर्गत किया जाता है। हैंडपंप न होने के कारण अभिभावक अपने बच्चों को यहां भेजने से कतराते हैं। स्कूल में पीने का पानी मिलना दुर्लभ हो गया है। इससे उन्हें दूर तक जाना पड़ता है। इससे कभी भी बड़ी घटना होने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता है। बानगी के तौर पर विकास क्षेत्र के गांव फुटेला उच्च प्राथमिक विद्यालय को लिया जा सकता है। विद्यालय का निर्माण 2014 में हुआ था चार साल बीत गए, लेकिन आज तक विद्यालय में हैंडपंप नहीं लग सका। छतौना कला, प्राथमिक विद्यालय पठखान, बस्ती उच्च प्राथमिक विद्यालय मानापुर, पकड़ी कला, प्राथमिक विद्यालय समाहूता कला समेत करीब दर्जन भर विद्यालयों में हैंडपंप नहीं लगा है। कोथराकला, डेवाढ, मरच्छे, अरजो, घमहा आदि गांवो के प्राथमिक व उच्चप्राथमिक विद्यालयों मे लगे ज्यादातर हैंडपंप खराब हैं या फिर दूषित पानी दे रहे हैं। इस बावत जब खंड शिक्षाधिकारी पीपी कमैचा सतीश ¨सह से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में है। कहां हैंडपंप नहीं लगा है कहां खराब है। लिस्ट बना कर उच्चाधिकारियों को दी है। शीघ्र ही समस्या का निराकरण हो जाएगा।