नेताजी सुभाष चंद्र बोस पुल खस्ताहाल, आवागमन में परेशानी
सुलतानपुर: लगभग तीन दशक पूर्व टाटिया नगर में गोमती नदी पर बना नेताजी सुभाषचंद्र बोस पुल खस्ताहाल हो गया है। पुल में दरारें साफ नजर आ रही हैं। गार्डर टूटने के कारण वाहनों के आवागमन में परेशानी हो रही है। शिकायत के बावजूद जिम्मेदार बेपरवाह हैं। इस कारण हादसे की आशंका है।
अयोध्या-प्रयागराज बाइपास पर पुल 1994 में बना था। इसका निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) द्वारा करीब पांच करोड़ की लागत से कराया गया था। तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने इसका उद्घाटन कर नेताजी सुभाष चंद्र बोस का नाम दिया था। अब पुल की रेलिंग में दरारें आ गई हैं। जोड़ पर लगे लोहे के गार्डर टूटकर निकल गया है। इस कारण गड्ढे बन गए हैं। छह पिलर पर बना यह पुल छह महीने से देखरेख के अभाव में बदहाल है। सेतु निगम व लोनिवि इसकी मरम्मत नहीं करवा रहा है। धीमी गति से वाहन किसी तरह पुल को पार कर आगे की ओर बढ़ते हैं। कई जगह जाल की सरिया तक दिखाई दे रही है।
बाइपास के दोनों पुल की स्थिति खराब
अयोध्या-प्रयागराज बाइपास पर स्थित दोनों पुलों की स्थिति ठीक नहीं है। शुभारंभ के साल भर बाद ही रेलवे पुल पर जहां गड्ढा बनने से दो बार दरक चुका है। वहीं, नेताजी सुभाषचंद्र बोस पुल में भी बदहाल है।
-पुल की दशा के बारे में जानकारी करने के लिए संबंधित अधिकारी को मौके पर भेजा जाएगा। रिपोर्ट के आधार पर मरम्मत कार्य कराया जाएगा।
-एसबी सिंह, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ