राष्ट्रीय राजमार्ग के गड्ढों में हिचकोले खाते राहगीर
लखनऊ वाराणसी व बांदा-टांडा राष्ट्रीय राजमार्ग का हाल
सुलतानपुर : सुरक्षित और सुगम यातायात के लिए सड़कों का दुरूस्त होना बहुत जरूरी है, लेकिन जिले संपर्क मार्ग ही नहीं राष्ट्रीय राजमार्ग भी गड्ढामुक्त नहीं है। लखनऊ-वाराणसी, बांदा-टांडा राष्ट्रीय राजमार्ग तीन किमी और तीन सौ मीटर की दूरी तय करने में राहगीरों जान हथेली पर रख गुजरा पड़ रहा है।
लखनऊ- वाराणसी फोरलेन सड़क तीन साल से निर्माण चल रहा है। हाइवे पर महानपुर से लेकर दोमुहा चौराहे तक तीन किलोमीटर अधूरे बाईपास के चलते पुरानी सड़क से ही आवागमन किया जा रहा है। हनुमानगंज बाजार, दोमुहा चौराहा और पांडेयपुर के पास सड़क का आलम यह है कि बाइक ही नहीं चार पहिया वाहन भी सड़क के बजाय पटरियों से होकर आवागमन करते हैं। सेमरी बाजार संसू के अनुसार दो जनपदों सुलतानपुर से अंबेडकर नगर की सीमा को सीधे जोड़ने सेमरी से बेलवाई राजमार्ग पर बाजार में 300 मीटर सड़क नाले में तब्दील होने के कारण चलना मुश्किल हो गया है। क्षेत्र के ओमप्रकाश यादव, अशोक कुमार, बसंत लाल, रमाशंकर, रघुवीर सिंह, जयप्रकाश समेत तमाम लोगों ने कहा कि बार बार शिकायत करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पीडब्ल्यूडी के प्रांतीय खंड के अवर अभियंता एसके चौहान ने बताया कि सीसी रोड चौड़ीकरण करने हेतु स्टीमेट बनाकर मंजूरी के लिए भेजा गया है। मंजूरी के बाद तुरंत सड़क बना दिया जाएगा।
-गड्ढों में तब्दील हुई पांच साल पहले बनी पीएमजीएसवाई की सड़क
जयसिंहपुर-विरसिंहपुर मार्ग यूं तो डोमनपुर, गंगेव, गंगापुर, धड़सोली, मड़ए नुमाए, भभोट, सपाही, पालनगर, अहिरौली, कलौने का पुरवा, विरसिंहपुर समेत दर्जन भर गांव को जोड़ता है। प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत वर्ष 2015 में बनी नौ करोड़ की लागत से नौ किमी लंबे मार्ग का निर्माण कराया गया था। पांच वर्ष में ही पूरी सड़क गड्ढों में बदल गई है। बीते दिनों हुई बरसात से अब गड्ढों में पानी भर गया है, जो जानलेवा बना है। एसडीएम जयसिंहपुर रामअवतार ने बताया कि मार्ग के निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखा है, जल्द ही मार्ग का निर्माण शुरू हो जाएगा।