संगीनों के साये में रहा मायंग बूथ, अधिकारी करते रहे निगरानी
दिनभर अधिकारियों के वाहनों के बजते रहे सायरन जायजा लेते रहे अफसर।
ज्ञान पांडेय, धनपतगंज (सुलतानपुर)
मायंग बूथ जिले का अति संवेदनशील बूथ है। लोकसभा, विधानसभा चुनाव में तो जिले भर की निगाहें यही पर टिकी होती है। पुलिस भी यहां सुरक्षा व्यवस्था का कड़ा पहरा रखती है। पंचायत चुनाव में बीते 19 अप्रैल को गड़बड़ी खुलकर सामने आई, जिसका नतीजा रहा कि बूथ पर पुनर्मतदान कराना पड़ा। घटना से सचेत पुलिस ने सबक लेते हुए इस बार भारी मात्रा में पुलिस की तैनाती कर दी। जिलाधिकारी रवीश गुप्ता व पुलिस अधीक्षक डॉ. विपिन कुमार मिश्र ने मातहतों के साथ केंद्र का जायजा लिया और मातहतों को दिशा निर्देश दिए। वहीं जोनल मजिस्ट्रेट प्रिया सिंह व सेक्टर मजिस्ट्रेट शैलेन्द्र चौधरी मतदान केंद्र पर दिन भर डटे रहे।
तैनात किए गए थे चार थाना प्रभारी व सीओ :
शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए चार थानाध्यक्ष, 12 सशस्त्र पुलिसकर्मी समेत एक सीओ की तैनाती इस बूथ पर की गई थी, जो कि मुस्तैद रहे। हर आने-जाने वालों की संघन जांच कर ही मतदान केंद्र प्रवेश दिया गया।
मतपत्र लूटे जाने की शिकायत पर रद हुआ था मतदान :
पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में मतदान के दिन मायंग स्थित बूथ संख्या 22 पर मतदान केंद्र से मतपत्र लूटे जाने की शिकायत पर मतदान रद कर दिया गया था। शांतिपूर्ण मतदान कराने के लिए एक बार फिर प्रशासन की परीक्षा की घड़ी थी। ग्रामीण भी शांतिपूर्ण मतदान को लेकर सशंकित थे, लेकिन इस अग्निपरीक्षा में पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने सकुशल चुनाव संपन्न कराया।
सुचितापूर्ण कराएं मतगणना निभाएं जिम्मेदारी : डीएम
संवादसूत्र, सुलतानपुर : मतगणना कार्मिक प्रशिक्षण के दूसरे दिन गुरुवार को मास्टर ट्रेनरों ने वोटों की गिनती के संदर्भ में महत्वपूर्ण विषय की जानकारी दी। इस दौरान उन्हें वार्डवार मतपत्रों की छंटनी करने, वैध तथा संदिग्ध मतपत्रों के बंडल को सहायक निर्वाचन अधिकारी के टेबल पर रखने सहित कई बिंदुओं पर चर्चा की गई।