धान बिक्री को किसानों का पंजीकरण शुरू
सुलतानपुर: बीते सत्र में गेहूं की तरह धान की सरकारी खरीद विफल न हो, इसके लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है। क्रय एजेंसियों से खरीद केंद्र स्थापित करने के प्रस्ताव मांगे गए हैं। एडीएम वित्त एवं राजस्व मनोज कुमार पांडेय को व्यवस्था का नोडल अधिकारी बनाया गया है। इस बीच किसानों का आनलाइन पंजीकरण शुरू हो गया है।
बीते सत्र में दो करोड़ 24 लाख का धान किसानों से खरीदा गया। इस सत्र में भी अधिक से अधिक किसान अपनी उपज समर्थन मूल्य पर बेचें, इसके लिए प्रशासनिक तैयारियां की गई हैं। पांच एजेंसियां खरीद करेंगी। इसके लिए 60 क्रय केंद्र बनाए जाने की योजना है।
बारिश कम होने के बावजूद प्रशासन को उम्मीद है कि उत्पादकता बेहतर होगी। बीते सत्र में 89 हेक्टेयर क्षेत्रफल में धान की फसल लगी थी। औसतन 32 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की दर से 304837 मीट्रिक टन धान का उत्पादन हुआ। इस वर्ष बारिश कम होने से उत्पादकता घटने की आशंका है। बावजूद इसके आच्छादन का क्षेत्रफल बढ़कर 92 हजार हेक्टेयर होने से उम्मीद बनती है कि धान की औसत उपज नहीं घटेगी।
खरीद के लिए एजेंसियां नामित
खाद्य विभाग के अतिरिक्त पीसीएफ, मंडी समिति और भारतीय खाद्य निगम धान की खरीद करेगा। तैयारी की जा रही है कि बीते वर्ष हुई कुल खरीद 108300 मीट्रिक टन के सापेक्ष इस बार अधिक खरीद हो सके। किसानों को उपज बेचने में दिक्कत न आए, इसके लिए जनसेवा केंद्रों और मोबाइल के जरिए पंजीकरण कराने को विभागीय वेबसाइट सक्रिय कर दी गई है।
-समर्थन मूल्य पर धान खरीद का लाभ अधिक से अधिक किसान पा सकें, इसके इंतजाम किए जा रहे हैं। केंद्रों की स्थापना के लिए स्थान का सर्वे किया जा रहा है। खरीद के नोडल अधिकारी के निर्देश पर क्रय केंद्रों की स्थापना और उन पर मूलभूत सुविधाएं जल्द उपलब्ध करा दी जाएंगी।
-विनिता मिश्रा, जिला खाद्य विपणन अधिकारी