किसान तो आए पर विभागीय अधिकारी रहे नदारद
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संवादसूत्र, सुलतानपुर : बुधवार से शुरू हुई चार दिवसीय किसान पाठशाला का दूसरा दिन भी विभागीय अधिकारी की लापरवाही की भेंट चढ़ गया। पाठशाला स्थल पर किसान तो आए पर, कहीं विशेषज्ञ बने विभागीय अधिकारी तो कहीं पाठशाला का संचालन करने वाले जिम्मेदार ही नदारद रहे। गुरुवार को भी जागरण टीम ने जिले भर में पाठशालाओं का जायजा लिया गया। सिर्फ इक्का-दुक्का विकास खंडों को छोड़ दें तो पाठशाला के नाम पर केवल खाना-पूर्ति ही की गई।
जय¨सहपुर संवादसूत्र के अनुसार, जगतपुर में आयोजित पाठशाला में किसान तो मौजूद रहे, पर नोडल अधिकारी विकास पटेल नदारद रहे। आयुबपुर में हुई पाठशाला से किसान निराश होकर लौट गए। नोडल अधिकारी की गैरमौजूदगी में सहकर्मी रामप्रताप औपचारिकता पूरी की। दूसरे दिन की किसान पाठशाला में माधवपुर छतौना में किसान मौजूद रहे, पर जिम्मेदार नहीं दिखे। बल्दीराय संवादसूत्र के अनुसार, मीरपुर प्राथमिक विद्यालय में किसान पाठशाला आयोजित होनी थी। यहां कृषि वैज्ञानिक आरपी मौर्य नहीं पहुंच सके। उपकृषि निदेशक शैलेंद्र शाही ने दावा किया कि पाठशालाओं में भारी संख्या में किसान आ रहे हैं। कुछ स्थानों पर नोडल अधिकारियों के अनुपस्थित रहने की सूचना है। जिलाधिकारी को लापरवाह कर्मियों की सूची कार्रवाई के लिए प्रेषित की जाएगी। वहीं दोस्तपुर संवादसूत्र के अनुसार, स्थानीय विकास खंड के न्याय पंचायतों पर पाठशाला लगी। गोरई, बरुआ सकरवारी, गोसै¨सहपुर, दूल्हापुर, सुखऊपुर असरापट्टी में, खालिसपुर में, व्यासपुर में व सहिजनवा में किसानों ने गांव के प्राथमिक विद्यालयों में हुई पाठशाला में भागीदारी की। करौंदीकलां संवादसूत्र के अनुसार, गंगापुर कला में रिसोर्स पर्सन श्रवण कुमार व बीडीओ अजय कुमार ने आए 35 किसानों को खेती की जानकारी दी। मोतिगरपुर संवादसूत्र के अनुसार, कैथवारा न्याय पंचायत के राघवपुर शुक्ल गांव की पाठशाला में किसानों ने हिस्सा लिया।