लावारिस शव का'अंकुरण'ने किया अंतिम संस्कार
संवादसूत्र, सुलतानपुर : जिसका कोई नहीं, उसका तो खुदा है यारो..। इन पंक्तियों को चरित्र
संवादसूत्र, सुलतानपुर : जिसका कोई नहीं, उसका तो खुदा है यारो..। इन पंक्तियों को चरित्रार्थ किया है अंकुरण परिवार ने। शुक्रवार को जिला अस्पताल में इलाज के दौरान वयोवृद्ध लावारिस व्यक्ति का अंकुरण परिवार के कार्यकर्ताओं ने अंतिम संस्कार किया।
एक सत्तर वर्षीय वृद्ध कई दिनों से जिला अस्पताल में भर्ती था। जिसकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी वो कौन है और कैसे बीमार पड़ा। कई दिनों के इलाज के बाद गत दिवस उसकी मृत्यु हो गई। विधिक प्रक्रिया पूरी करने के बाद लावारिश शव के अंतिम संस्कार की बारी आई। तो आगे आए अंकुरण फाउंडेशन के डॉ.आशुतोष श्रीवास्तव व आरिफ खान। शहर के पंचतत्व घाट पर शव को ¨हदू रीति से अंतिम संस्कार के लिए लाया गया। जहां पर डॉ.आशुतोष व आरिफ ने मुखाग्नि दी। कर्मकांड पूरे करने में संतोष श्रीवास्तव, प्रदीप आदि भी साथ रहे।