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डायल 100 पर मांगी मदद तो प्रसव कराने के लिए रोकनी पड़ी गुरुमुखी एक्सप्रेस

गुरुमुखी एक्सप्रेस पर सवार हो एक गर्भवती को ट्रेन में अचानक दर्द उठा तो भाई ने मदद के लिए 100 नंबर डायल कर दिया तो ट्रेन रोककर उसे चिकित्सा सुविधा दी गई।

By Nawal MishraEdited By: Published: Fri, 11 Jan 2019 07:14 PM (IST)Updated: Fri, 11 Jan 2019 07:14 PM (IST)
डायल 100 पर मांगी मदद तो प्रसव कराने के लिए रोकनी पड़ी गुरुमुखी एक्सप्रेस
डायल 100 पर मांगी मदद तो प्रसव कराने के लिए रोकनी पड़ी गुरुमुखी एक्सप्रेस

सुलतानपुर, जेएनएन। गुरुमुखी एक्सप्रेस पर सवार हो पटना से लखनऊ जा रही एक गर्भवती को ट्रेन में अचानक दर्द उठा तो भाई ने मदद के लिए 100 नंबर डायल कर दिया। कंट्रोल रूम पर मेसेज फ्लैश होते ही लखनऊ से लेकर सुलतानपुर महकमे में हड़कंप मच गया। सुलतानपुर जंक्शन पर इस रेलगाड़ी का ठहराव न होने की दशा में उसे रोकना मुश्किल था। महिला की हालत गंभीर थी। ऐसे में मानवीयता को ऊपर व नियम को नीचे रखकर ट्रेन को रोका गया। तत्काल प्रसव पीडि़ता को पुलिस जीप से जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां दस मिनट बाद महिला ने बच्ची को जन्म दिया। सुल्तानपुर स्टेशन अधीक्षक लखन लाल मीणा ने बताया कि महिला की जान बचाने के लिए ट्रेन को रोकने का फैसला लखनऊ कंट्रोल रूम के आदेश पर लिया गया। 11.35 बजे ट्रेन को रवाना कर दिया गया। 

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गुरुमुखी एक्सप्रेस से लखनऊ के लिए सवार 

बिहार के लखीसराय के हालसी थाना क्षेत्र निवासी 30 वर्षीय पूजा का लखनऊ में इलाज चल रहा था। उनके पति कोलकाता में मजदूरी करते हैं। इसलिए वह गुरुवार शाम अपने भाई हरिओम के साथ हावड़ा से नांगल डेम के बीच चलने वाली गुरुमुखी एक्सप्रेस से लखनऊ के लिए सवार हुई थीं। रात करीब 10.30 बजे जौनपुर पार करते ही पूजा को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। भाई के मदद मांगने पर पुलिस ने लखनऊ रेलवे मंडल समेत जिले के डीएम व सीएमओ को अवगत कराया। तमाम कवायद पूरी करने के बाद 11.30 बजे प्लेटफार्म नंबर तीन पर ट्रेन को पांच मिनट के लिए रोका गया। ट्रेन रुकते ही जीआरपी थानाध्यक्ष नौशाद अहमद अपने साथियों के साथ डिब्बे में पहुंच गए व पीडि़ता को अस्पताल पहुंचाया। शुक्रवार दोपहर महिला अपनी नवजात बच्ची व भाई के साथ घर के लिए रवाना हो गई। 

चटकी पटरी से गुजर गई मालगाड़ी

दिल्ली-हावड़ा रेलमार्ग पर कानपुर देहात के अंबियापुर व झींझक रेलवे स्टेशन के बीच अप लाइन की चटकी पटरी से मालगाड़ी गुजर गईं। गनीमत रही कि कोई हादसा नहीं हुआ। की-मैन से जानकारी मिलते ही स्टेशन मास्टर ने परमानेंट वे स्टाफ (पीडब्लूआइ) स्टाफ बुलाकर मरम्मत कराई। इस बीच अप लाइन का यातायात करीब 22 मिनट बाधित रहा। बाद में धीमी गति से ट्रेनों का संचालन शुरू हो सका। दरअसल, शुक्रवार सुबह जीडीजीएच मालगाड़ी कानपुर से दिल्ली के लिए अप की जा रही थी। ट्रेन अंबियापुर झींझक स्टेशनों के बीच खनपुरवा हाल्ट के पास से गुजर रही थी तभी खंभा नंबर 1075/1व3 के बीच सुबह 7.18 बजे पटरी चटक गई। मालगाड़ी चटकी पटरी से ही निकल गई। वहां पेट्रोङ्क्षलग कर रहे की-मैन प्रगति कुमार ने अंबियापुर स्टेशन पर सूचना दी। स्टेशन अधीक्षक अंबियापुर महेंद्र बाबू की सूचना पर वहां पहुंचे पीडब्लूआइ स्टाफ ने चटकी पटरी को फिश प्लेट से कसकर 7.42 बजे ठीक किया। इसके बाद अप ट्रेनों का संचालन धीमी गति से शुरू हो सका। इस बीच पीछे से आई अप की रांची नई दिल्ली राजधानी चटकी पटरी के पास 10 मिनट खड़ी रही। पीडब्लूआइ झींझक एसआर ङ्क्षवद ने बताया कि अप लाइन की पटरी का ज्वाइंट खुल गया था। फिस प्लेट से कसकर पटरी ठीक की गी है। ब्लाक मिलने पर पटरी बदली जाएगी। स्टेशन अधीक्षक अंबियापुर महेंद्र बाबू ने बताया कि खनपुरवा हाल्ट के पास पटरी चटकने से करीब 22 मिनट तक अप लाइन का यातायात बाधित रहा। इस बीच करीब 10 मिनट तक रांची दिल्ली राजधानी चटकी पटरी के पास 7.30 बजे से 7.40 बजे तक खड़ी रही। पटरी ठीक होने पर धीमी गति से अप लाइन की ट्रेनों को निकाला जा रहा है।


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