पटरियों पर कूड़े के ढेर, बजबजाती नालियों से पटी हनुमानगंज बाजार
सड़कों पर सजी दुकानों से दिन भर लोगों को कठिनाईयां होती हैं तो आवागमन भी प्रभावित रहता है। रेलवे गेट बंद होने से लगे जाम से लोग काफी देर तक जूझते रहते हैं।
सुलतानपुर : सुलतानपुर-वाराणसी हाइवे किनारे की बड़ी बाजारों में शुमार है हनुमानगंज। जनप्रतिनिधियों व प्रशासनिक लापरवाही के चलते लोगों को परेशानियां उठानी पड़ रही है।
सड़कों पर सजी दुकानों से दिन भर लोगों को कठिनाईयां होती हैं तो आवागमन भी प्रभावित रहता है। रेलवे गेट बंद होने से लगे जाम से लोग काफी देर तक जूझते रहते हैं। वहीं सफाईकर्मियों की लापरवाही व जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से सड़क ही नहीं गांव की गलियां भी गंदगी का पर्याय बनी है नालियों का पानी सड़कों पर फैला रहता है। गांव में दो सफाई कर्मी तैनात हैं, लेकिन सब खानापूरी व जनप्रतिनिधियों की जी हुजूरी में ही लगे रहते हैं। इस संबंध में सहायक विकास अधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि सफाई हेतु कर्मियों को निर्देशित किया जाएगा जल्द ही औचक निरीक्षण भी किया जाएगा।
मच्छरों का प्रकोप लोग बीमारियों से हो रहे ग्रसित : कस्बे से लेकर गांव तक नालियां चोक होने से रूके पानी में मच्छरों का प्रकोप बढ़ा है। यहां ठंढ के मौसम में भी दिनभर जहां मच्छर लोगों को काटते रहते हैं। वहीं शाम से रात तक इनका प्रकोप दोगुना हो जाता है, जिससे लोग मलेरिया, फाइलेरिया व मच्छरजनित रोगों की चपेट में हैं ।
दूषित पानी पीने की मजबूरी : गांव में लगे हैंडपंपों के पास नालियों का दूषित पानी भरे रहने से हैंडपंप का पानी भी संक्रमित हो चुका है। हनुमानगंज पंचायत के अन्य गांव मनिकापुर, परासिन, पुरैना, पान्डेयपुर, रामपुर में भी नालियां का यही हाल है।
सड़कों पर दुकानें लगता है जाम : कस्बे में सुबह से ही पटरी व हाइवे की सड़क पर दुकानदार अपना सामान सजाकर कब्जा कर लेते हैं। शाम को तो सड़क की दोनों पटरियों पर ही सब्जी की सैकड़ों दुकाने सज जाती है। बाकी कसर पचासों की संख्या मे मूगफली व चाट के ठेले दूकाने लगा कब्जा जमा पूरी करते हैं।