प्लेटफार्मों पर पड़े मलबे से मुश्किल में यात्री
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संवादसूत्र, सुलतानपुर : रेलवे स्टेशन पर वर्षों पूर्व सीमेंट की चद्दरों से बनाया गया यात्री शेड जर्जर हो गया था। बारिश के दौरान इससे बड़ी मात्रा में पानी टपकता था। बीते दिनों तीनों प्लेटफार्मों के पुराने शेड को बदलकर एल्युमिनियम की नई चद्दरें लगा दी गईं। पुरानी चद्दरों का मलबा प्लेटफार्मों पर जगह-जगह छोड़ दिया गया। जिससे यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। ट्रेनों के ठहराव के समय भीड़ बढ़ने पर लोगों का आवागमन भी अब मुश्किल हो गया है।
लखनऊ मंडल कार्यालय के अधिकारियों ने प्लेटफार्म संख्या एक, दो व तीन पर स्थित संपूर्ण यात्री शेड के नवीनीकरण की योजना बनाई थी। उत्तर रेलवे प्रशासन से हरी झंडी मिलने के बाद इसके लिए बजट आवंटित किया गया। करीब माहभर पूर्व अनुबंधित फर्म ने शेड बदलने का काम शुरू किया था। काम खत्म हुए सप्ताहभर से अधिक समय बीत गया, मगर अभी तक मलबा नहीं हटाया गया। पूरे स्टेशन परिसर में सीमेंट की टूटी-फूटी नुकीली चद्दरों के ठेर जहां-तहां लगे हैं, जो दुर्घटना का सबब बन सकते हैं। मलबे ने प्लेटफार्मों पर अच्छी-खासी जगह घेर रखी है, जिससे यात्रियों को बैठने में भी परेशानी हो रही है। बेंच के आसपास सामान रखने में भी मुसाफिरों को दिक्कत होती है। स्टेशन अधीक्षक लखनलाल मीना का कहना है कि मलबा हटाने का काम चल रहा है। रविवार शाम तक एक नंबर प्लेटफार्म को साफ करवा दिया जाएगा। सोमवार तक परिसर से टूटी चद्दरों के अवशेष हटवा दिए जाएंगें।