प्रतिमा स्थापना से विसर्जन तक में शामिल होते हैं मुस्लिम समुदाय के लोग
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संसू भदैंया (सुलतानपुर) : यूं ही नहीं जिले की दुर्गापूजा की देश में विशिष्ट पहचान है। इसमें सभी धर्म व जाति के लोग मिल जुलकर महोत्सव को अनूठा बनाते हैं। हनुमानगंज व कामतागंज कस्बे में मुस्लिमों के सहयोग से दुर्गा पूजा महोत्सव मनाया जाता है। देवी प्रतिमाओं की स्थापना से लेकर विसर्जन यात्रा तक के आयोजन में वे शरीक होते हैं। रात भर जागकर मेला व्यवस्था की कमान संभालते हैं। ताकि सुरक्षा व शांति से कार्यक्रम को संपन्न कराया जा सके।
करीब तीन दशक से हनुमानगंज की दुर्गा पूजा में रहमत उल्ला के परिवार का भी विशेष सहयोग रहता है। मुस्लिमों की सहभागिता व सहयोग को दूर दराज से आए लोग सराहना करते नहीं थकते हैं । हनुमानगंज में 1983 में दुर्गा पूजा की शुरुआत महानपुर निवासी चिकित्सक रामकुमार दूबे ने की थी। स्थापना साल में मुस्लिम वर्ग के इमाम अली व शेर अली का खास सहयोग था। 35 साल बीत गया आज दुर्गा प्रतिमाओं कि संख्या एक से बढ़कर छह हो गई है। सभी समितियों को प्रधान कौशर अली भी सहयोग कर रहे हैं। पीपल के पेड़ के नीचे वैष्णो माता पूजा समिति में मो. जफर( चाचा) सुरक्षा महामंत्री हैं तो वसीम कासिम व अन्य लोग सदस्य हैं । यही नहीं विसर्जन में मो. करिया इरफान अली व मो. जफर स्वयं यात्रा में सम्मिलित होते हैं। वही शंभूगंज रोड की दुर्गा माता पूजा समिति में प्रधान कौशर अली संरक्षक व रुस्तम, वसीम आदि पदाधिकारी हैं।