समय से नहीं आए चिकित्सक, बैरंग लौटे मरीज
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संवादसूत्र, भदैया(सुलतानपुर) : सरकार लाख कोशिश करें कि मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं ग्रामीण स्तर पर त्वरित गति से सुलभ हो। चिकित्सक समय से अस्पताल में बैठे। जरुरी दवाएं व जांच अस्पताल में ही सुलभ हो । जरुरतमंदों को व्यर्थ की भागदौड़ ने करनी पड़े । लेकिन हकीकत में ऐसा होता नहीं दिख रहा है। न वक्त से डॉक्टर स्वास्थ्य केंद्र पर बैठ रहे हैं न ही दवाएं मरीजों को सुलभ हो पा रही हैं। यही नहीं परिसर में सफाई भी शयद कभी होती हो। पेश है रिपोर्ट.. शंभूगंज - सुबह 10:45 बजे
चिकित्सा प्रभारी डॉ. मीनू मिश्रा स्वयं नदारद मिली । प्रसव कक्ष, महिला व पुरूष भर्ती कक्ष सभी में ताला लटकता मिला। पता चला की फार्मासिस्ट दवा लाने मुख्यालय गए हैं। तीन मरीज चिकित्सक का इंतजार करते रहे। काफी वक्त गुजर जाने के बाद लैब टेक्नीशियन से ही दवा लेकर चले गए। वहीं कई मरीज बिना दिखाए ही वापस लौट गए। अस्पताल में पीने के पानी व बिजली तक की व्यवस्था नहीं है। चहुंओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। अर्से से परिसर की सफाई नहीं की गई है।
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लैब असिस्टेंट व स्वीपर करते मिले मरीज का इलाज पीएचसी पर तैनात महिला चिकित्सक डॉ. मीनू के कक्ष में कुर्सी खाली मिली। दरवाजा बंद था जागरण टीम को देख स्वीपर ने ताला खोला। दवा वितरण कक्ष में लैब असिस्टेंट व स्वीपर कुर्सी पर बैठकर मरीज रामचंदर को बुखार की पूछताछ कर दवा दे रहे थे । टीम पहुंचते ही दोनों कक्ष से बाहर निकल भागे । -------------
जाम के चलते हुई देरी : चिकित्साधीक्षक
प्रभारी चिकित्साधिकारी शंभूगंज डॉ. मीनू मिश्रा ने बताया सवा ग्यारह बजे वे अस्पताल पहुंच गई। रास्ते में जाम के चलते थोड़ी देर हो गई। उन्होंने कहा कि प्रसव व इलाज की यहां व्यवस्था है। लेकिन एएनएम की ड्यूटी भदैंया में लगने से दिक्कत आ रही है। जो व्यवस्था है उसी में मरीजों को बेहतर चिकित्सा देने का प्रयास किया जाता है।