डेंगू-मलेरिया का बढ़ रहा संक्रमण, 51 लोग चपेट में
मलेरिया के 29 व डेंगू के 22 मरीज शामिल अलर्ट मोड में स्वास्थ्य विभाग
सुलतानपुर: जिले में डेंगू व मलेरिया के मरीजों की संख्या बढ़कर 51 पहुंच गई है। संक्रामक बीमारियों के बढ़ने की आशंका के चलते स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है। सीएचसी व पीएचसी प्रभारियों को भी सतर्कता बरतते हुए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने के लिए निर्देशित किया जा रहा है।
मौसम में परिवर्तन की वजह से संचारी रोग पांव पसार रहा है। जिला अस्पताल से लेकर सीएचसी, पीएचसी पर सर्दी, जुकाम, बुखार व फ्लू के मरीजों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। सितंबर महीने में भदैंया के गौरियान गांव में बुखार से दो मासूमों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा करीब आधा दर्जन विभागों के सहयोग से शहर से लेकर गांवों तक सर्वे अभियान शुरू किया गया। साथ ही संचारी माह अभियान के तहत भी डोर-टू-डोर सर्वे कर बुखार, जुकाम व टीबी के बीमार लोगों की पहचान शुरू की गई। लक्षणों को देखकर मलेरिया व डेंगू की पहचान के लिए काफी संख्या में सैंपलिग भी कराई गई। जिला मलेरिया अधिकारी वंशीलाल ने बताया कि अब तक जिले में मलेरिया के 29 व डेंगू के 22 मामले सामने आ चुके हैं। सावधानी बरतते हुए इन मरीजों का इलाज किया जा रहा है। डोमेस्टिक मीटर चेकर्स (डीएमसी) के जरिए भी लोगों को कूलर, टायर व अन्य बर्तनों में पानी न जमा होने देने को लेकर जागरूक किया जा रहा है, ताकि मच्छरों को पनपने से रोका जा सके। सीएमओ डॉ. डीके त्रिपाठी ने बताया कि स्वास्थ्य कर्मियों को ग्रामीण क्षेत्रों का भ्रमण कर दवाओं के छिड़काव व अन्य एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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आरक्षित किए गए अलग वार्ड
डेंगू व मलेरिया के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर अलग वार्ड आरक्षित किए गए हैं। संदिग्ध लोगों की ज्यादा सैंपलिग करने की भी बात कही गई है। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि एनएस-वन जांच में संदिग्ध पाए जाने पर मरीज की अलाइजा जांच कराई जाती है। रायबरेली स्थित लैब भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट आनलाइन प्राप्त कर ली जाती है।