डेंगू रोगियों से भरे अस्पताल, 30 से ज्यादा में पुष्टि
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सुलतानपुर : डेंगू के मच्छर जिले के कोने-कोने तक फैल गए हैं। इनके डंक से बड़ी तादाद में लोग बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। अब तक 30 से ज्यादा मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। आने वाले रोगियों के लिए जिला अस्पताल में बेड कम पड़ जा रहे हैं। डेंगू के इलाज के लिए बनाया गया स्पेशल वार्ड फुल हो गया है। रोजाना तीन-चार नए मरीज भर्ती किए जा रहे हैं। डेंगू बुखार के रोगियों की तेजी से बढ़ती हुई संख्या से चिकित्सकों को पसीने छूट रहे हैं। महकमे का इंतजाम नाकाफी साबित हो रहा है। गत दिनों लगातार बारिश होने से जगह-जगह जलभराव हो गया था। धूप निकलने के बाद ठहरे हुए पानी में मच्छर तेजी से पनपने लगे। शहर से लेकर गांव तक फैली मच्छरों की फौज अब लोगों के लिए मुसीबत बन गई हैं। ईएमओ डॉ. सुनील दूबे ने बताया कि इन दिनों जिला अस्पताल आने वाले मरीजों में बुखार पीड़ितों की संख्या सर्वाधिक है। बुखार से ग्रसित 50 फीसद रोगियों में डेंगू के शुरुआती लक्षण मिल रहे हैं। उन्हें भर्ती कर उपचार किया जाता है। इनमें हुई डेंगू की पुष्टि :
जयसिंहपुर ब्लॉक क्षेत्र के दो व अखंडनगर निवासी एक मरीज की इलाज के दौरान जान जा चुकी है। इसके अलावा हयातनगर (गोसाईंगज) निवासी काजल यादव, उतरदहा (दूबेपुर) के रामसूरत गुप्ता, नरहपुर (लम्भुआ) की प्रियंका, शहर के सिविल लाइंस निवासी ज्ञानेंद्र मिश्रा, शास्त्रीनगर की रेणुका तिवारी व मुकुनपुर (अमेठी) निवासी संजीत पाल भी डेंगू की चपेट में हैं, ये सभी लोग जिला अस्पताल में भर्ती हैं।
अस्पताल में दो कक्ष आरक्षित :
मरीजों की संख्या को देखते हुए जिला अस्पताल में डेंगू वार्ड के अलावा दो और कक्ष आरक्षित कराए जाएंगे। प्रभावित इलाकों में फॉगिग व एंटीलार्वा का छिड़काव करने के लिए मलेरिया विभाग को निर्देशित किया गया है।
-डॉ. सीबीएन त्रिपाठी, सीएमओ
ऐसे करें बचाव :
शरीर को ढक कर रखें।
मच्छरदानी का प्रयोग करें।
मच्छरमार दवा इस्तेमाल करें।
स्थिर पानी के सभी श्रोतों को हटा दें।
हर दूसरे दिन गमलों और कटोरों का पानी बदलें।
नालियों की नियमित सफाई करें और कीटनाशक दवा डालें।
संदिग्ध मरीज पूरी तरह से आराम करें।
खूब पानी पिएं, नारियल पानी व फलों के जूस का अधिक सेवन करें।