10 दिनों के लिए सेल्फ क्वारंटाइन किए जाएंगे दिल्ली से आए प्रवासी
इसकी जिम्मेदारी आशा बहुओं एएनएम व स्वास्थ्यकर्मियों को सौंपी गई है। क्वारंटाइन अवधि पूरा करने के बाद पूरी तरह से स्वस्थ पाए जाने पर ही प्रवासियों को आम जनमानस के बीच में रहने की छूट दी जाएगी।
सुलतानपुर : दिल्ली में कोरोना की वापसी को लेकर जिले में भी स्वास्थ्य विभाग ने सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। संक्रमण को रोकने के लिए देश की राजधानी से आने वाले प्रवासियों को 10 दिनों तक के लिए सेल्फ क्वारंटाइन में रहने का निर्देश जारी कर दिया गया है।
इसकी जिम्मेदारी आशा बहुओं, एएनएम व स्वास्थ्यकर्मियों को सौंपी गई है। क्वारंटाइन अवधि पूरा करने के बाद पूरी तरह से स्वस्थ पाए जाने पर ही प्रवासियों को आम जनमानस के बीच में रहने की छूट दी जाएगी।
कोरोना बचाव संबंधी गाइड लाइन के अनुपालन व प्रशासन की सख्ती के चलते जनपद में कोरोना को संक्रमण काफी कम हो गया है। डोर टू डोर सर्वे से संक्रमितों को भीड़ से अलग करने से भी महामारी को रोकने में काफी मदद मिली। वहीं अब दिल्ली में काफी तेजी से कोरोना का प्रसार हो रहा है। लॉकडाउन की आशंका और स्वास्थ्य के मद्देनजर फिक्रमंद काफी संख्या में प्रवासी ट्रेन, बस व अन्य साधनों से वहां से अपने घर की तरफ रुख कर रहे हैं। इनमें काफी संख्या में ऐसे भी लोग होते हैं जिनकी स्वास्थ्य जांच नहीं हो पाती है। संक्रमण फैलने की आशंका को रोकने के लिए ऐसे प्रवासियों को सेल्फ क्वारंटाइन कर उनकी निगरानी की जाएगी।
40 लोगों की हुई जांच, नहीं मिले संक्रमित : दिल्ली से आने वाले प्रवासियों की रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन पर रैंडम सैंपलिग की जा रही है। इस व्यवस्था के तहत सैंपल के तौर कुछ यात्रियों की स्वास्थ्य जांच की जाती है। इनमें यदि जिले में मिल रहे संक्रमितों की अपेक्षा ज्यादा लोगों में वायरस का लक्षण पाया जाता है तो आने वाले सभी प्रवासियों की जांच कर उन्हें होम आइसोलेट करने के साथ एल टू अस्पताल भेजा जाता है। सीएमओ डॉ सीबीएन त्रिपाठी ने बताया कि 21 नवंबर से अब तक 40 यात्रियों की रैंडम सैंपलिग की जा चुकी है। राहत की बात यह है कि इनमें किसी में भी कोरोना का लक्षण नहीं पाया गया।