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कोरोना से डरें नहीं, करें मुकाबला : सीएमओ

प्रश्न पहर कार्यक्रम में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सीबीएन त्रिपाठी मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने जन मानस के सवालों का जवाब देते हुए उनकी समस्याओं का निराकरण किया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 25 Nov 2020 11:40 PM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2020 11:40 PM (IST)
कोरोना से डरें नहीं, करें मुकाबला : सीएमओ
कोरोना से डरें नहीं, करें मुकाबला : सीएमओ

सुलतानपुर : कोरोना महामारी को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। डर व संशय के बीच लोग इस संक्रमण से उबरने की कोशिश कर रहे हैं। शासन की गाइड लाइन के अनुपालन के साथ ही कोरोना की लड़ाई में तमाम व्यवहारिक दिक्कतें भी आ रही हैं। स्वास्थ्य सेवाओं की बहाली के बाद भी चिकित्सा सुविधाओं को पाने के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इन समस्याओं के निदान के साथ ही लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं से रूबरू कराने के लिए बुधवार को प्रश्न पहर कार्यक्रम में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सीबीएन त्रिपाठी मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने जन मानस के सवालों का जवाब देते हुए उनकी समस्याओं का निराकरण किया।

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प्रश्न- सीएचसी लम्भुआ में रात में प्रसव की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे गर्भवती महिलाओं को जिला अस्पताल की तरफ रुख करना पड़ता है। कई बार शिकायत के बाद भी इस समस्या का निराकरण नहीं किया गया।

आशीष कुमार चतुर्वेदी, लम्भुआ

उत्तर- इस महिला सीएचसी पर अभी तक ऑन काल ही डॉक्टर उपलब्ध होते हैं। प्रसव आदि के लिए रात में होने वाली समस्या से निपटने के लिए डॉक्टरों की स्थाई व्यवस्था की जा रही है। स्टाफ नर्स की तैनाती की गई है। लापरवाही करने वालों पर कार्रवाई भी की जाती है।

प्रश्न- भदैंया सीएचसी पर खांसी और एंटीबायोटिक दवाओं का अभाव है। चिकित्सकों द्वारा बाहर की दवाएं लिखी जाती हैं, जिससे गरीब मरीजों को अतिरिक्त धन खर्च करना पड़ता है।

रमेश दूबे, भदैंया

उत्तर- वैसे तो स्वास्थ्य केंद्रों पर दवाओं की कोई कमी नहीं है, यदि ऐसा है तो जल्द ही दवाओं की आपूर्ति कर दी जाएगी। कोई चिकित्सक बाहर से दवा लिखता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाती है।

प्रश्न- मैं साइटिका की बीमारी से काफी परेशान हूं। काफी इलाज के बाद भी समस्या से निजात नहीं मिल रहा है।

शैलेंद्र वर्मा, अमहट

उत्तर- इसके लिए किसी न्यूरो फिजीशियन से सलाह लेनी चाहिए। योगा और व्यायाम करने से भी इस बीमारी को काफी हद तक रोका जा सकता है।

प्रश्न- मेरे कंधे में अक्सर दर्द होता है। यूरिक एसिड बढ़ने की बात सामने आने पर काफी इलाज भी कराया, लेकिन दर्द अभी भी बरकरार है।

धनंजय यादव, बैजापुर

उत्तर- दवा के साथ-साथ सेंकाई भी करनी चाहिए। किसी हड्डी रोग विशेषज्ञ से सलाह लें और उनके अनुसार इलाज कराएं। दवाओं पर ज्यादा आश्रित रहने से अच्छा सुबह मार्निंग वाक के साथ थोड़ा बहुत व्यायाम भी करें।

प्रश्न- बाजार में भीड़ बढ़ती जा रही है और लोग कोरोना को लेकर बेखौफ हो गए हैं। ऐसे में बचाव संबंधी किन उपायों को अमल में लाना चाहिए।

जगदीश प्रसाद, बिनोवापुरी

उत्तर- जागरूकता से ही कोरोना संक्रमण को रोका जा सकता है। घर से मास्क लगाकर ही बाहर निकलें और किसी से बात करते वक्त उचित दूरी बनाए रखें। थोड़ी-थोड़ी देर पर हाथ धोते रहना चाहिए। प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आंवला, काढ़ा, हरी सब्जियों व दूध आदि का इस्तेमाल करते रहना चाहिए।

प्रश्न -कोराना बीमारी वास्तव में है या फिर अफवाह है।

विधिक कसौंधन, अहिमाने

उत्तर- नहीं ऐसा नहीं है। देश ही क्या पूरी दुनिया इस महामारी की चपेट में है। आप किसी के बहकावे में न आएं बल्कि जागरूकता दिखाएं और बचाव संबंधी उपायों को अमल में लाकर कोरोना संक्रमण को खत्म करने प्रयास करें।

प्रश्न- पहले की तरह अब भी काफी संख्या में प्रवासी अपने गांव लौट रहे हैं। क्या इनसे संक्रमण का खतरा है।

आकांक्षा, जयसिंहपुर

उत्तर- आने वाले प्रवासियों में संक्रमण की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है। लोगों को स्वयं ही 10 दिनों तक के लिए क्वारंटाइन कर किसी से मिलने जुलने से परहेज करना चाहिए। इसके साथ खुद की जांच भी करा लेनी चाहिए, नहीं संक्रमण का खतरा उनके भी परिवार पर बन रहेगा।


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