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¨सघाड़े के उत्पादन को डाला रसायन, जलीय जीवों की मौत

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By JagranEdited By: Published: Sat, 27 Oct 2018 11:05 PM (IST)Updated: Sat, 27 Oct 2018 11:05 PM (IST)
¨सघाड़े के उत्पादन को डाला रसायन, जलीय जीवों की मौत
¨सघाड़े के उत्पादन को डाला रसायन, जलीय जीवों की मौत

अखंडनगर (सुलतानपुर) : विकास खंड के बछेड़िया गांव के आसपास तालाबों में ¨सघाड़े की अवैध खेती करने वाले आम इंसानों को केमिकल युक्त ¨सघाड़ा खिलाकर उनकी सेहत को नुकसान तो पहुंचा ही रहे हैं, साथ ही वह इसका उत्पादन बढ़ाने के लिए जहरीला रसायन तालाब में डाल कर सैकड़ों जीवों को मौत के घाट भी उतार रहे हैं। ताजा मामला क्षेत्र के गुडुई तालाब का है। इसमें ¨सघाड़े की अवैध खेती करने वालों ने खतरनाक रसायन डाल दिया, जिससे सैकड़ों जलीय जंतुओं की मौत हो गई। मरने वाले जीवों में मछलियां, कछुआ, घोंघा, सीप, मेढक, केकड़ा इत्यादि शामिल हैं। इस पर प्रशासन का कोई नियंत्रण न होने से पारिस्थितकी तंत्र को भी खतरा पैदा हो गया है।

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गांव के ही कुछ लोग अवैध तरीके से इस तालाब में ¨सघाड़े की खेती करते हैं। इसकी उपज बढ़ाने व कम समय में ¨सघाड़ों को अधिक विकसित करने के मकसद से तरह-तरह के खतरनाक रसायनों का इस्तेमाल करते हैं। अपने मुनाफे के चक्कर में वह न तो आम लोगों के जान की परवाह करते हैं और न ही तालाब में रह रहे जीव-जंतुओं की। बताया जा रहा है कि गांव का ही एक व्यक्ति तालाब में अवैध रूप से ¨सघाड़ा की खेती कर रहा है। उसके द्वारा डाले गए जहरीले रसायन की चपेट में आकर सैकड़ों जलीय जीव मर कर तालाब में उतराते रहे। कुछ ग्रामीण मछलियों व अन्य जीवों को पानी से छानकर खाने के लिए घर उठा ले गए। इससे उनकी भी जान को खतरा हो सकता है। उप क्षेत्रीय वन अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहाकि अभी मैं कादीपुर मी¨टग में हूं। आने के बाद जांच करूंगा और प्रभावी कार्रवाई होगी।

प्रधान, लेखपाल सहित जिम्मेदार बने मूक दर्शक

ग्रामीणों ने बताया कि शिकायत के बाद भी जिम्मेदार कार्रवाई नहीं करते। लेखपाल, कानूनगो आदि सबकुछ जानकर अंजान बने हैं। गांव का यह तालाब पहले करीब दो बीघे में था, परंतु अब अतिक्रमण के चलते दो-तीन बिस्वा में सिमट कर रह गया है। लगातार तालाब के अस्तित्व को खतरा पैदा किया जा रहा है।


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