टाप-लावारिसों के कफन में भी गोलमाल!
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उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने शवों के अंतिम संस्कार में खर्च होने वाली राशि को एक हजार से बढ़ाकर पांच हजार रुपये कर दिया है पर मिल रहा है सिर्फ एक हजार
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संवादसूत्र, सुलतानपर : उत्तर रेलवे प्रशासन के अधिकारी लावारिस शवों के अंतिम संस्कार की रकम में गोलमाल कर रहे हैं। रेल मुख्यालय ने करीब एक माह पूर्व स्टेशन परिसर व ट्रैक पर हादसों में मारे गए लावारिश लोगों के अंतिम संस्कार में खर्च होने वाली धनराशि को एक हजार से बढ़ाकर पांच हजार रुपये कर दी थी। मंडल रेल प्रबंधक (लखनऊ) ने एसपी जीआरपी को इस आदेश का पत्र भी जारी किया है, मगर उनके मातहत अधिकारी ऐसे किसी भी आदेश की जानकारी से ही इनकार कर रहे हैं।
राजकीय रेलवे पुलिस के अधिकारी काफी दिनों से रेल मंत्रालय से लावारिश शवों के अंतिम संस्कार में खर्च होने वाली धनराशि बढ़ाए जाने की मांग कर रहे थे। मंडल स्तरीय अधिकारियों के साथ होने वाली बैठकों में यह मुद्दा कई बार उठाया गया था। जिस पर गंभीरता से विचार करते हुए उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने शवों के अंतिम संस्कार में खर्च होने वाली राशि को एक हजार से बढ़ाकर पांच हजार रुपये कर दिया। गत 15 जून को उन्होंने इस संबंध में दिल्ली, लखनऊ मुरादाबाद, फिरोजपुऱ व अंबाला मंडल रेल प्रबंधकों को आदेश पत्र जारी किया। जिसमें साफ तौर पर कहा गया है कि जीआरपी को शवों के अंतिम संस्कार के लिए पांच हजार रुपये दिए जाएं। स्थानीय जीआरपी थाने के प्रभारी निरीक्षक सीपी ¨सह ने बताया कि उन्हें जून के आखिरी सप्ताह में लखनऊ मंडल कार्यालय से नई व्यवस्था लागू होने का लिखित आदेश प्राप्त हुआ है। इसके बावजूद भी स्टेशन प्रशासन सिर्फ एक हजार रुपये ही दे रहा है। उधर, स्टेशन अधीक्षक लखनलाल मीना का कहना है कि उन्हें शवों के निस्तारण को लेकर पांच हजार रुपये देने का आदेश अभी तक नहीं मिला है। इस बारे में लखनऊ मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्यि प्रबंधक जगतोष शुक्ला से जानकारी मांगी गई तो उन्होंने भी गोलमोल जवाब देते हुए कहा कि अभी तक उन्होंने ऐसा कोई आदेश पत्र नहीं देखा है। इस लिए वो कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं।