अभी और करना होगा रेल की छुकछुक का इंतजार
संवादसूत्र, सुलतानपुर : पांच जिलों के लोगों को रेल की छुकछुक सुनने के लिए अभी और इंतजार
संवादसूत्र, सुलतानपुर : पांच जिलों के लोगों को रेल की छुकछुक सुनने के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। क्योंकि ऊंचाहार-शाहगंज रेललाइन परियोजना को नए बजट में तवज्जो नहीं दी है। तीन दशक पूर्व घोषित की गई यह महत्वाकांक्षी परियोजना मोदी सरकार के कार्यकाल में भी ठंडे बस्ते से बाहर नहीं आ सकी। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने करीब छत्तीस साल पहले रायबरेली, अमेठी, सुलतानपुर, अंबेडकरनगर व जौनपुर को रेलमार्ग से जोड़ने के लिए शाहगंज-ऊंचाहार रेललाइन परियोजना का खाका तैयार किया था। उत्तर रेलवे ने पहला सर्वे अस्सी के दशक में किया था। अब तक लगभग छह बार सर्वे कराया गया। रेलवे लाइन बिछाने की चर्चा सुनते-सुनते बच्चे जवान हो गए। मगर, अभी तक परियोजना बजट के अभाव में धरातल पर नहीं उतर सकी। वर्ष 2018-19 के बजट पर पांच जिलों के लोगों को उम्मीद थी कि शायद मोदी सरकार ऊंचाहार-शाहगंज रेल परियोजना के लिए खजाना खोलेगी, लेकिन उनकी अपेक्षाएं धरी की धरी रह गईं।