बैंकिग लेनदेन को 53 गांवों में खोजी जा रही बैंक सखी
16 अगस्त तक आवेदन की तिथि बढ़ी। शासन से योजना की समीक्षा की जा रही है।
संजय तिवारी, सुलतानपुर
कोरोना संक्रमण काल में बैंक में लगने वाली भीड़ को कम करने और महिलाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए जिले के 986 ग्राम पंचायतों में बैंक सखी का चयन होना है। योजना के तहत अभी 53 ग्राम पंचायतों में सखी की खोज चल रही है, जहां योग्य अभ्यर्थी ढूढें नहीं मिल रहे हैं।
सरकार बीसीसी (बैंक करेस्पांडेंट सखी) की तैनाती बैंकिग लेनदेन में सहायता करने के लिए कर रही है। इसके लिए न्यूनतम योग्यता दसवीं पास व आयु न्यूनतम 18 वर्ष निर्धारित की गई है। राज्य आजीविका मिशन से जुड़ी समूह की महिलाओं को प्राथमिकता दी जा रही है। समूह से पात्र नहीं मिलेंगी तो अन्य महिलाओं को वरीयता दी जाएगी। शुरुआती छह माह तक सखियों को चार हजार रुपये का मानदेय मिलेगा। इसके बाद वह कमीशन पर काम करेंगी।
ऑनलाइन हो रहा आवेदन : योजना की घोषणा मई माह में सरकार ने की थी। अब ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं। आवेदन के फार्मेट के साथ एक प्रश्नावली भी है, जिसका जवाब भी ऑनलाइन देना पड़ेगा। यही चयन का मापदंड बनेगा। जरूरी कागजात भी ऑनलाइन भेजे जाएंगे। हर ग्राम सभा से तीन-तीन प्रार्थनापत्र मांगे गए हैं। पहले आवेदन की 31 जुलाई अंतिम तिथि तय की गई थी, लेकिन चार दर्जन से अधिक ग्राम सभाओं में आवेदनों की संख्या नगण्य होने के कारण इसे 16 अगस्त तक बढ़ा दिया गया है।
शासन से हो रही समीक्षा : योजना की समीक्षा अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास विभाग की ओर से की जा रही है। फिर भी तकरीबन 180 ग्राम पंचायतें ऐसी हैं जहां फार्म तो भरे गए, लेकिन मानक के अनुसार प्रक्रिया पूरी करने में विलंब हो रहा है।
वर्जन
जल्द ही बैंक सखी योजना से जुड़ी सभी कार्रवाई पूरी कर ली जाएगी। जिलाधिकारी इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न किए जाने की हिदायत अफसरों को दे चुकी हैं।
जीतेंद्र मिश्र, उपायुक्त एनआरएलएम